नई दिल्लीः दिल्ली बीजेपी ने आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी शुरू कर दी है और इसके लिए समाज के अलग-अलग तबकों तक पहुंचना शुरू भी कर दिया है. इसी कड़ी में रविवार को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में ग्रुप हाउसिंग सोसायटी के लोगों के साथ एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी मौजूद थी तो वही दिल्ली के तीन सांसद प्रवेश वर्मा, हंसराज हंस और रमेश बिधूड़ी मौजूद रहे. इसके साथ ही दिल्ली प्रदेश के कई और नेता भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए.


इस कार्यक्रम के ज़रिये वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों को बताने की कोशिश की कि इस बजट से उनको क्या मिला है. निर्मला सीतारमन ने कहा कि "यह बजट मध्यम वर्ग के लोगों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया था और इसका सबसे ज्यादा फायदा मध्यम वर्ग के लोगों को ही मिला है. इसके साथ ही निर्मला सीतारमण ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नाम लिए बिना ही उन पर निशाना साधते हुए कहा कि हर चीज के लिए पीएम मोदी को ही जिम्मेदार ठहरा दिया जाता है. यह उन लोगों की नाकामी है जो हर चीज के लिए केंद्र सरकार पर निशाना साधते हैं.


निर्मला सीतारमण से पहले बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने भी इसी बात पर जोर देते हुए कहा कि दिल्ली की जनता ने यहां से सातों लोकसभा सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवारों को जीत दिलाई और एमसीडी पर भी बीजेपी का ही कब्जा है. लेकिन बीच में दिल्ली सरकार आती है जो कि केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करना ही नहीं चाहती. हर नाकामी का ठीकरा मोदी सरकार और उपराज्यपाल के ऊपर थोपना चाहती है. ऐसे में जरूरत इस बात की है कि अब इस बीच की कड़ी को भी बदल दिया जाए. यानी कि आगामी विधानसभा चुनावों में बीजेपी के उम्मीदवारों को जिताकर दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनवाई जाए जिससे कि केंद्र सरकार से लेकर दिल्ली सरकार और एमसीडी तक बीजेपी का कब्जा हो और कामकाज सुचारू ढंग से चल सके. प्रवेश वर्मा ने इसके साथ ही अवैध निर्माण का ज़िक्र करते हुए कहा कि सरकारी संपत्तियों पर मस्जिद और कब्रिस्तान के अवैध निर्माण का मुद्दा उठाया. प्रवेश ने कहा कि वह इस मुद्दे को लेकर उपराज्यपाल से भी मिल चुके हैं और दिल्ली में उनकी सरकार आते ही इस समस्या को दूर कर दिया जाएगा.


वहीं बीजेपी सांसद विजय गोयल ने भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ऊपर हमला करते हुए कहा कि "उन्होंने पिछले साढ़े 4 सालों के दौरान कुछ नहीं किया लेकिन अब जबकि चुनाव नजदीक आ रहे हैं तो वह यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं की जनता के लिए कितने काम कर रहे हैं."


कुल मिलाकर बीजेपी इस तरह के कार्यक्रमों के जरिए दिल्ली की जनता तक पहुंचने की कोशिश में जुट गई है और कोशिश यही है कि जिस तरह से दिल्ली की जनता ने लोकसभा चुनावों में बीजेपी पर भरोसा जताया आगामी विधानसभा चुनावों में भी उस भरोसे को कायम रखा जा सके जिसे कि दिल्ली में बीजेपी की सरकार बन सके.


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