दिल्ली बीजेपी के व्यापारी सम्मेलन में नहीं जुटे व्यापारी, मंत्रियों की लेटलतीफी और ठंड के चलते लोग वापस गए
रैली बुलाई तो गई थी व्यापारियों तक पार्टी की बात पहुंचाने के लिए लेकिन इसमें आए लोगों की संख्या ने बीजेपी की चिंताएं ज़रूर बढ़ा दी होंगी. अगर बीजेपी अरविंद केजरीवाल को चुनौती देने का सपना देख रही है तो आने वाले दिनों में उसे अपने चुनावी अभियान को और चुस्त दुरूस्त करना पड़ेगा.
नई दिल्ली: आज दिल्ली बीजेपी की तरफ़ से दिल्ली विधानसभा चुनाव अभियान के सिलसिले में बुलाई गई व्यापारियों की सभा में ज़्यादा लोग नहीं जुट पाए. आलम ये रहा कि जब रेल मंत्री पीयूष गोयल भाषण दे रहे थे तब ज़्यादातर कुर्सियां खाली पड़ी थीं. जो लोग पहुंचे भी थे वो भी मंत्रियों की लेटलतीफ़ी और ठंड के चलते बीच में ही उठ के चले गए.
क़रीब 2000 लोगों के बैठने की क्षमता वाले दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में दिल्ली बीजेपी ने व्यापारियों को रिझाने के लिए एक रैली आयोजित की. रैली बुलाई तो गई थी व्यापारियों तक पार्टी की बात पहुंचाने के लिए लेकिन इसमें आए लोगों की संख्या ने बीजेपी की चिंताएं ज़रूर बढ़ा दी होंगी. रैली की शुरूआत में तो स्टेडियम की ज़्यादातर कुर्सियां भर गयीं लेकिन जैसे-जैसे समय बीता, लोग कम होते चले गए.
रैली में प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी और अन्य प्रदेश नेताओं के अलावा चार केंद्रीय मंत्रियों को शिरकत करना था लेकिन रेल मंत्री पीयूष गोयल, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ही पहंचे जबकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण नहीं पहुंचीं. जो तीनों मंत्री पहुंचे भी उनमें पीयूष गोयल क़रीब ढ़ाई घंटे जबकि हरदीप पुरी क़रीब घंटे भर देर से पहुंचे. ऊपर से दिल्ली में जारी भारी ठंड ने भी लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं. जैसे-जैसे शाम नज़दीक आती गई लोग अपनी-अपनी सीटों से उठकर जाने लगे. पीयूष गोयल और हरदीप पुरी ने अपने भाषणों में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार पर लोगों से झूठ बोलने और उन्हें धोखा देने का आरोप लगाया. ज़ाहिर है अगर बीजेपी अरविंद केजरीवाल को चुनौती देने का सपना देख रही है तो आने वाले दिनों में उसे अपने चुनावी अभियान को और चुस्त दुरूस्त करना पड़ेगा.
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