Delhi Budget: दिल्ली विधानसभा में बुधवार (22 मार्च) को दिल्ली का बजट पेश हुआ. वित्त मंत्री कैलाश गहलोत ने 78,800 करोड़ रुपये का बजट ‘साफ-सुंदर और आधुनिक दिल्ली’ के नाम पर समर्पित किया. आम आदमी पार्टी की सरकार का यह लगातार 9वां बजट है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने बजट की खूबियां गिनाते हुए कहा कि हम सबको मिलकर एक आधुनिक दिल्ली बनानी है. इसलिए इस बार का बजट ‘साफ-सुंदर और आधुनिक’ दिल्ली के लिए है.
केजरीवाल ने कहा कि मनीष सिसोदिया की गैर मौजूदगी में वित्त मंत्री कैलाश गहलोत ने एक शानदार बजट पेश किया है. इसमें हर तबके लिए कुछ न कुछ है. यह बजट 78,800 करोड़ रुपये का है, जबकि 2015 में यह केवल 30,940 करोड़ रुपये का था. सीएम ने कहा कि ‘साफ- सुथरी और आधुनिक’ दिल्ली बनाने के लिए हमारी सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर पर 21 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी ताकि बाहर से आने वाले लोगों को लगे कि वो किसी महान देश की राजधानी में आए हैं. इसके लिए हम पीडब्ल्यूडी की सभी सड़कों का सौंदर्यीकरण करेंगे. 26 नए फ्लाईओवर, 3 डबल डेकर फ्लाईओवर व 1400 बस शेल्टर बनाएंगे. 1600 इलेक्ट्रिक बसें खरीदने के साथ बस डिपों का विद्युतीकरण, यमुना की सफाई और कूड़े का पहाड़ खत्म करेंगे.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अपनी जनता को कई मुफ़्त सुविधाएं देने के बाद भी दिल्ली का बजट फायदे का है, जबकि दूसरे राज्य कुछ मुफ़्त भी नहीं देते हैं, फ़िर भी घाटे में हैं. इन मुफ्त सुविधाओं की वजह पूरे देश में सबसे कम महंगाई दिल्ली में है. हम सारी मुफ्त सुविधाएं जारी रखेंगे.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्लवासियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा जितनी मुफ्त सुविधाएं मुहैया कराई जा रही थी, वो आगे भी जारी रहेंगी. इससे दिल्ली के अंदर एक आम आदमी को महंगाई से राहत मिलती रहेगी. भ्रष्टाचार के खिलाफ पहले से जितने कदम उठाए गए हैं, वो सभी जारी रहेंगे. सभी फेसलेस सेवाएं जारी रहेंगी और एक-एक कर दूसरे विभागों में भी लागू किया जाएगा. दिल्ली में लोगों को डोरस्टेप डिलीवरी ऑफ सर्विसेज से दलालों से छुटकारा मिला है. यह आगे भी जारी रहेगी.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले वर्षों में परिवहन के क्षेत्र में काफी तरक्की हुई. 2015 में जब हमारी सरकार बनी थी. तब दिल्ली में मेट्रो का 193 किलोमीटर का नेटवर्क था और करीब 140 मेट्रो स्टेशन थे. पिछले सात-आठ वर्षों में मेट्रो नेटवर्क बढ़कर 390 किलोमीटर हो गया है, जो 2015 की तुलना में दोगुना से अधिक है. वहीं, मेट्रो स्टेशन 286 हो गए हैं. हमने जो पहले 17 साल में हासिल किया था, वो हमारी सरकार ने मात्र 8 सालों के अंदर हासिल किया है. 2015 में दिल्ली में बसों की संख्या 5600 थी. आज यह बढ़कर 7389 हो गई है. पिछले साल हमने बजट में घोषणा की थी कि दिल्ली को हम तिरंगों का शहर बनाएंगे. पूरी दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर 500 बड़े-बड़े तिरंगे लगाए गए हैं. आज हम जहां भी जाते हैं, वहां तिरंगे देखते हैं और हमारे अंदर देशभक्ति की भावना जागती है. दिल्ली को तिंरगों का शहर बना दिया गया है.
इन 9 बिंदुओं पर किया जाएगा काम
पहला- दिल्ली में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की 1400 किलोमीटर सड़क है. ये सारी सड़कें 60 फीट चौड़ी हैं. दिल्ली की 60 फीट से चौड़ी सभी सड़कों को साफ और सुंदर बनाया जाएगा. सभी सड़कों की मैकेनिकल स्वीपिंग प्रतिदिन की जाएगी. इसके लिए 70 मैकेनिकल रोड स्वीपर्स खरीदे जाएंगे. लगभग हर विधानसभा के लिए एक होंगे. सड़कों, सेंट्रल वर्ज और फुटपाथों की प्रतिदिन धुलाई की जाएगी.
साथ ही, सड़क के दोनों तरफ के पेड़-पौधों और रेलिंग की भी धुलाई की जाएगी. इसके लिए 210 एंटी स्मॉग गन और वाटर स्प्रिंकलर्स खरीदे जा रहे हैं. ये सारे पीडब्ल्यूडी की सड़कों के लिए होंगे. इसके अलावा हर वॉर्ड के लिए एक-एक छोटे वाटर स्प्रिंकलर्स खरीदे जा रहे हैं. पीडब्ल्यूडी सभी सड़कों की पहले रिपेयरिंग कराई जाएगी. टूटी रेलिंग, फुटपाथ, सेंट्रल वर्ज, कर्ब्स स्टोन, सड़कों की एक साल के अंदर रिपेयरिंग करा दी जाएंगी.
सड़कों के सेंट्रल वर्ज, फुटपाथ की खाली जगहों को फूल पौधे लगाकर हरा भरा बनाया जाएगा. हर तीन महीने में सड़कों की पेंटिंग, लेन मार्किंग, जेब्रा क्रॉसिंग व कर्ब्स स्टोन की पेंटिंग की जाएगी. हर पांच साल में सड़कों की कारपेटिंग कराई जाएगी. सड़क पर कोई भी पॉट होल मिला तो ठेका लेने वाली कंपनी एक निश्चित समय के अंदर उसको रिपेयर करेगी. शहर के अंदर से सभी अतिक्रमण हटाए जाएंगे. दिल्ली की सड़कों के उपर मिट्टी नहीं रहेगी तो धूल का प्रदूषण खत्म हो जाएगा.
दूसरा- आम आदमी पार्टी की सरकार ने अब तक दिल्ली में 28 फ्लाई ओवर बनाए हैं. इसके अलावा सरकार 26 नए फ्लाईओवर और बनाने जा रही है. इन 26 नए फ्लाईओवर में से कई एडवांस स्टेज में हैं.
तीसरा- दिल्ली में यूनिक किस्म के तीन डबल डेबर फ्लाईओवर बनाए जाएंगे. डबल डेकर फ्लाईओवर में ऊपर मेट्रो चलेगी और उसके नीचे सड़क होगी. इसकी योजना हम लोगों ने चार-पांच साल पहले बनाई थी. इससे काफी पैसे बचेंगे. क्योंकि पिलर तो बन ही रहा है. उसके ऊपर एक लेवल और बना देंगे. इसके लिए पिलर को थोड़ा और मजबूत करना होगा. एक ही इंफ्रास्ट्रक्चर पर एक और लेवल मिलने से काफी पैसे बचेंगे. अगर ये सफल हुए तो आने वाले समय में कई और मेट्रो रूट को ऊपर कर सकेंगे.
चौथा- इस साल 1600 नई इलेक्ट्रिक बसें खरीदी जाएंगी. हमारा लक्ष्य है कि 2025 तक दिल्ली की सड़कों पर 10,480 बसें हों. दिल्ली की जरूरत के हिसाब से इतनी बसें पर्याप्त होंगी. 2025 तक इनमें से 80 फीसद (8280) बसें इलेक्ट्रिक होंगी. इन 8280 बसों में से इस साल 1600 बसें खरीदी जाएंगी. इसके बाद दिल्ली दुनिया के उन चंद शहरों में शामिल हो जाएगा, जहां इतनी सारी इलेक्ट्रिक बसें एक साथ सड़क पर दौड़ रही होंगी.
पांचवां- इलेक्ट्रिक बसों को खड़े होने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूर होगी. इसके लिए हम दिल्ली के 57 बस डिपो का विद्युतीकरण कर रहे हैं. ताकि रात में इलेक्ट्रिक बसें खड़ी हों तो उनको चार्ज भी किया जा सके.
छठां- एयरपोर्ट की तर्ज पर तीन मॉडर्न बस पोर्ट बनाएंगे. एयरपोर्ट जैसा ही बस पोर्ट का भी इंफ्रास्ट्रक्चर होगा, जो देखने में एयरपोर्ट जैसा शानदार होगा और लोगों को एयरपोर्ट जैसा अनुभूति कराएगा. यह तीन बस एयरपोर्ट आनंद विहार, सराय काले खां और द्वारका में बनाए जाएंगे. इसके अलावा दो मल्टी लेवल बस डिपो बनाए जाएंगे. दिल्ली में यह मल्टी बस डिपो देश में पहली बार बनाए जाएंगे. इसमें 6 फ्लोर पर बसों को पार्क किया जा सकेगा. दो मॉडर्न बस टर्मिनल और 9 नए बस डिपो बनाए जाएंगे.
सतवां- 1400 नए बस क्यू शेल्टर बनाए जाएंगे. ये मॉर्डन बस क्यू शेल्टर होंगे. हर एक बस शेल्टर पर एक डिजिटल स्क्रीन होगी. इससे लोग बस की जानकारी ले सकेंगे.
आठवां- यमुना को साफ करने के लिए 6 प्वाइंट एक्शन प्लान बनाया गया है. इसमें नए एसटीपी, डी-सेंट्रलाइज्ड एसटीपी बनाए जाएंगे. मौजूदा एसटीपी को अपग्रेड किया जाएगा. जिससे कि दिल्ली की सीवेज ट्रीटमेंट की क्षमता लगभग 890 एमजीडी तक पहुंच जाएगी. 2015 में जब हमने सरकार बनाई थी, तब दिल्ली में 370 एमजीडी सीवेज ट्रीट होता था. यह इस साल के अंत तक तीन गुना बढ़कर करीब 890 एमजीडी तक पहुंच जाएगा.
दिल्ली में हमने बहुत जगहों पर सीवर पाइप लाइन बिछा दी है, लेकिन लोग महंगा होने के चलते कनेक्शन नहीं लेते हैं. पूरी ट्रांस यमुना एरिया में सीवर लाइन पड़ चुकी है. अब ट्रांस यमुना में कोई गंदा नाला होना ही नहीं चाहिए. सारा सीवेज सीवर नेटवर्क में बहना चाहिए. लेकिन कई सारे गंदे नाले हैं, क्योंकि लोग कनेक्शन नहीं ले रहे हैं. इसलिए हमने सभी को फ्री सीवर कनेक्शन देने का निर्णय लिया है. जब हमारी सरकार बनी तो केवल 227 कच्ची कॉलोनियों में सीवर कनेक्शन था. इस साल के अंत तक इसको 1317 कालोनियों तक ले जाया जाएगा. पूरे सीवर नेटवर्क की डी-सिल्टिंग की जाएगी और इंटरसेप्ट किया जाएगा.
नौवां- दिल्ली में स्थित तीन कूड़े के पहाड़ों को दिसंबर 2024 तक साफ कर देंगे. इन कूड़े के पहाड़ों को साफ करने के लिए दिल्ली नगर निगम को हम लोन के तौर पर 850 करोड़ रुपये अतिरिक्त दे रहे हैं.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारे मोहल्ला क्लीनिकों में सारा इलाज फ्री है. मोहल्ला क्लीनिक में अभी 250 तरह के टेस्ट होते हैं. इसे बढ़ाकर 400 किया जा रहा है. ज्यादा से ज्यादा मेट्रो स्टेशनों पर मोहल्ला क्लीनिक खोले जाएंगे. इससे मेट्रो से सफर करने और वहां से गुजरते वाले लोगों को काफी सहूलियत होगी. महिला मोहल्ला क्लीनिक का प्रयोग बहुत सफल रहा है.
दिल्ली में अभी 4 महिला मोहल्ला क्लीनिक हैं. इसे बढ़ाकर 100 किया जाएगा. साथ ही, दिल्ली में 9 नए सरकारी अस्पताल बनाए जा रहे हैं. दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में अभी 14 हजार बेड्स हैं. 9 नए अस्पताल बनने के बाद कुल 30 हजार बेड्स हो जाएंगे. इसके बाद शायद हम डब्ल्यूएचओ के मानदंडों को पूरा कर लेंगे. वर्तमान में हम लोग 995 एमजीडी पानी का उत्पादन कर रहे हैं.
हमारी सरकार बनने से पहले यह करीब 887-880 एमजीडी पानी का उत्पादन होता था. हमने 8 साल में अब तक करीब 125 एमजीडी पानी का उत्पादन बढ़ा लिया है. हमारा लक्ष्य है कि 2025 तक पानी का उत्पादन 995 से बढ़ाकर 1250 एमजीडी तक पहुंचाना और दिल्ली के हर घर को 24 घंटे पानी का इंतजाम करना है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 2015 में दिल्ली की कच्ची कॉलोनियों में करीब 985 कॉलोनियों में पानी की पाइप लाइन थी. पिछले 8 साल में हमने 5138 किलोमीटर पानी की पाइप लाइन डाली है. अब घर-घर में पाइप से पानी दिया जा रहा है. हम सभी को पानी का कनेक्शन देंगे. हम दिल्ली को झीलों का शहर बनाने पर भी काम रहे हैं. इस साल 20 नई झील बनकर तैयार हो जाएंगे.
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