Delhi Budget: कोरोना महामारी के बाद दिल्ली के बजट पर सभी की निगाहें थीं. बजट में छोटे-छोटे स्थानीय बाजारों को ग्राहकों से जोड़ने के लिए दिल्ली बाजार पोर्टल शुरू करने की बात कही गई. इस पर लक्ष्मी नगर मार्केट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अशोक गुप्ता का कहना है कि पोर्टल से जोड़ने के बाद व्यापारी और डूब जाएगा, व्यापार आधा रह जाएगा. दूसरे व्यापारी ने कहा कि छोटे व्यापारी प्राब्लम फेस करेंगे.


आज दिल्ली विधानसभा में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने वित्तीय वर्ष 2022-23 का वार्षिक बजट पेश किया. इस बजट को रोजगार बजट का नाम दिया. ये आम आदमी पार्टी का आठवां बजट है. इस बजट में रोजगार और नौकरियों को लेकर अधिक फोकस किया गया है. इसके साथ ही दिल्ली के बाजारों, फूड व्यंजन, महिलाओं के लिए अवसर, शिक्षा, स्वास्थ्य से जुड़े विकास को लेकर भी कई घोषणाएं की गईं.


'बजट में व्यापारियों को कोई राहत नहीं'


इस बजट से बाजार को क्या मिला जब ये बात जानने एबीपी न्यूज की टीम लक्ष्मी नगर मार्केट पहुंची, तो लक्ष्मी नगर मार्केट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अशोक गुप्ता ने कहा, "बजट में व्यापारियों को कोई राहत नहीं है. ये सरकार कुछ भी कह सकती है. पोर्टल से जोड़ने के बाद व्यापारी और डूब जाएगा. छोटा मोटा ऑनलाइन व्यापार हो रहा तो लोग घर बैठे दुनिया मंगा लेंगे, व्यापार तो आधा रह जाएगा." 


'हमारा बिजली का बिल चार गुना बढ़ा दिया'


एसोसिएशन के उपाध्यक्ष ने आगे कहा, "हमें बिजली के बिल में बेनेफिट मिलना चाहिए. ये डोमेस्टिक में 200 यूनिट तक बिजली फ्री दे रहे, पानी फ्री दे रहें, लेकिन हमारा बिजली का बिल चार गुना बढ़ा दिया है. व्यापारियों के लिए कहां सोच रहे हैं. आजकल कॉमर्शियल मीटर नहीं मिल रहा." 


बजट में देश विदेश के ग्राहकों को दिल्ली में बुलाकर शॉपिंग के लिए प्रोत्साहित करने के लिए दिल्ली में शॉपिंग फेस्टिवल आयोजित कराने की बात की गई है. इस पर उपाध्यक्ष अशोक का कहना है कि फेस्टिवल के लिए जगह होनी चाहिए, ग्राउंड होना चाहिए, सबसे पहले पार्किंग सही करें. 


'गोलगप्पे वाले का बिजनेस कैसे चलेगा'


आम्रपाली फैशन हाउस के नाम से लक्ष्मी नगर मार्केट में दुकान चलाने वाले गौरव कपूर ने कहा कि पोर्टल से जोड़ना ठीक भी है जैसे फ्यूचर ऑनलाइन ही चल रहा है, लेकिन मार्केट का बिजनेस कैसे चलेगा, जो आएंगे घूमने-फिरने या कई लोग विंडो शॉपिंग करने भी आते हैं. गौरव आगे कहते हैं कि अब कोई लेडीज अगर कपड़ा खरीदने आएंगी, तो गोलगप्पे खाएंगी ही, तो गोलगप्पे वाले का बिजनेस कैसे चलेगा, छोटे व्यापारी प्राब्लम फेस करेंगे, हमारे स्टाफ का घर कैसे चलेगा. 


'दिल्ली सरकार से अनुरोध है, पोर्टल से ना जोड़ें'


जींस की दुकान करने वाले योगेंद्र भरद्वाज का कहना है, "पोर्टल से जोड़ने से लेबर का नुकसान है. काम करने वाले कर्मचारी का नुकसान है. दिल्ली सरकार से अनुरोध है कृपया पोर्टल से ना जोड़ें." बजट में जिक्र किया गया कि आने वाले 2 साल में यमुना को पूरी तरह साफ कर दिया जाएगा. इस पर विकास गोयल का कहना है, "इन्होंने (आप) केंद्र सरकार से ढाई हजार करोड़ रुपये लिए यमुना को स्वच्छ करने के लिए और वो खर्च किए अपने इश्तिहार पर. पिछले सात सालों में हमने देखा है कि इन्होंने बजट पर बंदरबांट की है, अपना चेहरा चमकाया है."


'ऑफलाइन बाजार ही खत्म हो जाएगा'


बाजार में आए एक व्यक्ति ने कहा, "जो पोर्टल से जुड़ेगा वो ऑनलाइन ही खरीदेगा. वो फ्लिपकार्ट, अमेजन से खरीदेगा. उसके पास बहुत ऑप्शन हैं. ऑफलाइन बाजार को ऑनलाइन जोड़ोगे, तो ऑफलाइन बाजार ही खत्म हो जाएगा." बाजार में आए पेशे से इंजीनियर सुजीत सिंह ने कहा, "सरकार को स्किल डेवलपमेंट पर काम करना चाहिए. दिल्ली सरकार को गूगल, माइक्रोसाफ्ट को इन्वाइट करना चाहिए, जो बच्चे कॉलेज से निकले उन्हें जॉब मिल सके."


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