दिल्ली में दौड़ेंगी इलेक्ट्रिक बसें, 1000 इलेक्ट्रिक बसों के लिए कंसल्टेंट नियुक्त
दिल्ली कैबिनेट की बैठक में इलेक्ट्रिक बसों के लिए कंसल्टेंट नियुक्त करने का फैसला किया गया. कंसल्टेंट 3 महीने में इसकी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी.
नई दिल्ली: परिवहन के साथ-साथ प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने अगले साल तक 1000 इलेक्ट्रिक बसें सड़क पर उतारने का फैसला किया है. दिल्ली कैबिनेट की बैठक में इलेक्ट्रिक बसों के लिए कंसल्टेंट नियुक्त करने का फैसला किया गया. कंसल्टेंट 3 महीने में इसकी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी.
इलेक्ट्रिक बसों के लिए कंसल्टेंसी दिल्ली सरकार की ही कंपनी दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मॉडल ट्रांजिट सिस्टम (DIMTS) को दी गई है. डिम्ट्स अगले 3 महीने में इलेक्ट्रिक बसों की खरीद से लेकर रखरखाव और परिचालन पर विस्तृत रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि सरकार ने सैद्धांतिक रूप (इन प्रिंसिपल) से 1000 बसों की खरीद को मंजूरी दे दी है.
तय किये गए फैसले के मुताबिक सभी बसें लो फ्लोर और एयर कंडीशन होंगी सरकार ने कहा कि दिल्ली में इससे पहले प्रदूषण नियंत्रण को लेकर को लेकर CNG के प्रयोग से क्रांति आई थी और अब इलेक्ट्रिक व्हीकल से इसमें नया अध्याय जुड़ेगा. दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि परिवहन विभाग को हाइड्रोजन से चलने वाली गाड़ियों के बारे में भी पड़ताल के निर्देश दिए गए हैं.
इससे पहले दिल्ली डायलाग कमीशन के माध्यम से भी सरकार ई-बस का ट्रायल कर चुकी है. खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के साथ बस का मुआयना कर चुके हैं. इसके बावजूद अभी तक बात सरकार की सैद्धांतिक मंजूरी तक ही पंहुची है. अब तीन महीने बाद डिम्ट्स की रिपोर्ट से यह साफ हो पाएगा कि वाकई दिल्ली की सड़कों पर इलेक्ट्रिक बस कब और कैसे दौड़ेगी.