नई दिल्लीः दिल्ली कैबिनेट ने सोमवार को सेंट्रल रिज के 400 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र को रीस्टोर करने के प्लान को मंजूरी दे दी है. यह फिलहाल 1930 के दशक में अंग्रेजों की ओर से लगाए गए तेजी से विस्तार करने वाली प्रजाति के पेड़ों से कवर है.वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि पांच साल के इस रिवाइवल प्लान में रिज को स्वदेशी पेड़-पौधों से एक पूरे फॉरेस्ट में बदला जाना है, जो सिटी के बीच में लोगों के लिए एक मनोरंजक जगह होगी.
इस प्लान के तहत यहां से विलायती कीकर (प्रोसोपिस जूलीफ्लोरा) के पेड़ को हटाया जाएगा जो अपने खरपतवार जैसे गुणों के चलते दूसरी प्रजाति के पौधों को पनपने नहीं देता है.
दिल्ली यूनिवर्सिटी की टीम संभालेगी कमान
दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर एनवायरमेंटल मैनेजमेंट ऑफ डीग्रेडेड इकोसिस्टम (CEMDE) के प्रोफेसर सीआर बाबू अपनी टीम के साथ प्रोजेक्ट की कमान संभालेंगे.द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, सीआर बाबू ने कहा कि "हमारे सामने चुनौती 400 हेक्टेयर के इस एरिया को रीस्टोर करने की चुनौती है. इमसें कई सड़कें भी है और साथ ही इसे शहर के एक मनोरंजक स्थान के रूप में विकसित करना है"
पहले चरण में 100 हेक्टेयर एरिया होगा कवर
प्रोफेसर बाबू ने कहा कि पहले चरण में उनकी टीम सरदार पटेल मार्ग के पास 100 हेक्टेयर क्षेत्र में एक थ्री-लेयर फॉरेस्ट क्रिएट करने योजना बना रही है, यहं कई पांच सितारा होटल और विदेशी दूतावास हैं.योजना में कई प्रकार के स्वदेशी पेड़- पौधों की प्रजातियों को लगाना शामिल होगा जो कि विलायती कीकर की जगह लेंगे.
कीकर को पूरी तरह से हटाया नहीं जा सकता है क्योंकि रिज एक नॉटिफाइड रिजर्व्ड फॉरेस्ट है. इसलिए कुछ शाखाओं को हटाया जाएगा जिससे सूर्य का प्रकाश आ सके. यहां पर स्वदेशी पेड़-पौधों को लगाया जिनके बढ़ने से विलायती कीकर कवर होगी और यह धीरे-धीरे समाप्त हो जाएगी.
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