Mechanical Road Sweeping Machines: दिल्ली की सड़कें अब चकाचक होंगी और शहर में वायु प्रदूषण भी कम होगा. केजरीवाल सरकार ने आज (4 अप्रैल) को 70 मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीन खरीदने को मंजूरी दी है. दिल्ली के पीडब्ल्यूडी मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पीडब्ल्यूडी की करीब 1449 किलोमीटर लंबी बड़ी सड़कें हैं. उनकी सफाई एमसीडी की बजाय अब दिल्ली सरकार का पीडब्ल्यूडी विभाग करेगा. दिल्ली सरकार 70 विधानसभाओं के हिसाब से 70 मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीन खरीदेगी. प्रदूषण को कम करने के लिए 250 वॉर्ड के हिसाब से 250 वाटर स्प्रिंकलिंग मशीन खरीदने का भी निर्णय लिया गया है.


इनके साथ ही इंटीग्रेटेड एंटी स्मॉग गन होंगी. इसके ऊपर 7 से 10 साल के भीतर अनुमानित खर्च 2388 करोड रुपये खर्च होंगे. इसके ऊपर पहले साल की लागत 257 करोड़ आएगी. मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि MCD के साथ भी कल हम लोगों ने मीटिंग की थी. एमसीडी के कमिश्नर सहित अन्य अधिकारी उसमें मौजूद थे. उनको प्रस्ताव दिया है कि पीडब्ल्यूडी की सड़कों की सफाई जो एमसीडी करती थी, उसको अब दिल्ली सरकार करेगी. उसके लिए 70 मैकेनिकल स्वीपिंग मशीन खरीदने की मंजूरी आज दी गई है.


दिल्ली जल बोर्ड से मिलेगा पानी 


कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि प्रदूषण को कम करने के लिए 250 वार्ड के हिसाब से 250 वाटर स्प्रिंकलिंग मशीन खरीदने का निर्णय लिया गया. इनके साथ इंटीग्रेटेड एंटी स्मॉग गन होंगी. इसके ऊपर 7 से 10 साल के भीतर अनुमानित खर्च 2388 करोड रुपए खर्च होंगा. क्योंकि कुछ मशीनों की मियाद 7 साल है और कुछ की 10 साल है. इसमें पहले साल की लागत 257 करोड़ आएगी. इनको दिल्ली जल बोर्ड के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट से 1500 किलो लीटर पानी प्रतिदिन दिया जाएगा.


ऐसे काम करती है स्वीपिंग मशीन 


उन्होंने कहा कि मैकेनिकल स्वीपिंग मशीन सड़क पर धीमी गति से चलती हैं. इनके अंदर धूल इकट्ठी हो जाती है, जिसे फेंकने जाना पड़ता है. इसके अलावा बार-बार पानी की आवश्यकता होती है, क्योंकि जरूरत पड़ने पर सड़क को पानी से धोती हैं.‌ मशीन में जमा होने वाली धूल को निकालने और पानी भरने के लिए 18 डंप व्हीकल और 18 वाटर टैंकर खरीदने की बात भी इसी टेंडर के अंदर दी जाएगी.


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