Delhi Woman Accident: बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में रविवार (1 जनवरी) को एक चौंकाने वाली घटना में 20 वर्षीय महिला की स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी और उसके नग्न शव को करीब चार किलोमीटर तक घसीटती ले गई. इस मामले में पुलिस ने कार में यात्रा कर रहे पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं, अब एक हैरान कर देने वाली बात का खुलासा हुआ है, जिससे दिल्ली पुलिस की कार्यशैली पर सवाल जरूर उठेंगे.


इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला की मौत के मामले में एक चश्मदीद ने दावा किया कि उसने एक पीसीआर वैन में पुलिस से मदद लेने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस कर्मचारी होश में नहीं थे और उन्होंने कार्रवाई करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. दीपक ने दावा किया कि वह सुबह करीब सवा तीन बजे दूध की डिलीवरी लेने के लिए इंतजार कर रहा था जब उसने कार को महिला को घसीटते हुए देखा. 


'पुलिस ने सुबह 5 बजे तक कोई कार्रवाई नहीं की'


चश्मदीद दीपक ने बताया कि कार सामान्य गति से चल रही थी और चालक होश में लग रहा था. दीपक ने दावा किया कि उसने बेगमपुर तक बलेनो कार का पीछा किया. दीपक ने ये भी दावा किया कि पुलिस ने सुबह 5 बजे तक कोई कार्रवाई नहीं की.


पुलिस ने किया ये दावा


इस बीच, रोहिणी जिले की कंझावल पुलिस ने दावा किया कि उसे रविवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे एक फोन आया जिसमें फोन करने वाले ने कहा कि कुतुबगढ़ की ओर जा रही ग्रे रंग की बलेनो कार एक महिला के शव को घसीट कर ले जा रही है. फोन करने वाले ने पुलिस को कार का रजिस्ट्रेशन नंबर बताया. वहीं अब पुलिस ने कार मालिक समेत पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया है.


इन धाराओं में दर्ज हुआ मामला


मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 279 (तेजी से गाड़ी चलाना) और 304-ए (लापरवाही से मौत) के तहत मामला दर्ज किया गया है. दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल को गिरफ्तार किया गया है. सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि आरोपियों को नहीं पता था कि युवती का शव उनकी कार के साथ खिंचा चला जा रहा है. उन्होंने बताया, बाद में जब उन्हें इसका पता चला तो वे डर गए और शव को कार से हटाने के बाद फरार हो गए.


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