दिल्ली में जमीनों की खरीद-फरोख्त में धांधली, सब रजिस्ट्रार समेत दो लोग गिरफ्तार
आरोप के मुताबिक शिकायतकर्ता को यह भी कहा गया कि अगर उसने रिश्वत के पैसे नहीं दिए तो उसकी गिफ्ट डीड रजिस्टर्ड ही नहीं हो पाएगी.
राजधानी दिल्ली में जमीनों की खरीद-फरोख्त या फिर उन्हें अपने संबंधियों को गिफ्ट डीड आदि देने के मामले में सरकारी कर्मचारियों की लूट लगातार जारी है. केंद्रीय जांच ब्यूरो ने आज 25 फरवरी को इस मामले में डिफेंस कॉलोनी के एक सब रजिस्ट्रार को अपने ही मातहत के जरिए 50,000 रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद इनके ठिकानों पर छापेमारी जारी है.
गिफ्ट डीड के बदले मांगी गई रिश्वत
सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी के मुताबिक जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें डिफेंस कॉलोनी लाजपत नगर के सब रजिस्ट्रार सुनील कुमार और उनका सहयोगी आनंद शामिल है. सीबीआई प्रवक्ता के मुताबिक शिकायतकर्ता ने सीबीआई मुख्यालय को शिकायत दी थी कि उसने इस कार्यालय में दो गिफ्ट डीड बनवाने के लिए दी थी. आरोप है कि इन दोनों गिफ्ट डीड को अमलीजामा पहनाने के बदले शिकायतकर्ता से डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत मांगी गई.
आरोप के मुताबिक शिकायतकर्ता को यह भी कहा गया कि अगर उसने रिश्वत के पैसे नहीं दिए तो उसकी गिफ्ट डीड रजिस्टर्ड ही नहीं हो पाएगी. इसके बाद शिकायतकर्ता ने इस मामले की शिकायत सीबीआई से की. सीबीआई ने आरंभिक जांच के दौरान यह पाया कि इस मामले में सब रजिस्ट्रार और उनका मातहत शामिल है. शिकायतकर्ता ने जब डेढ़ लाख रुपए के बदले पैसे कम करने की गुजारिश की तो उसे ₹50000 देने को कहा गया.
आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी
मामले की जांच के दौरान आरंभिक तथ्य पाए जाने पर सीबीआई ने सब रजिस्ट्रार और उसके मातहत के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया. इसके बाद जाल बिछाकर रिश्वत ले रहे सब रजिस्ट्रार और उनके मातहत को गिरफ्तार कर लिया गया. यह भी ध्यान रहे कि दिल्ली हो या उत्तर प्रदेश या फिर भारत का कोई और शहर ज्यादातर जगहों पर बिना पैसे लिए जमीनों की खरीद-फरोख्त पर सरकारी मुहर नहीं लगाने के आरोप लगते आए हैं. फिलहाल इस मामले में सीबीआई ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके ठिकानों पर छापेमारी की है मामले की जांच जारी है.
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