दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने छोड़े सभी विभाग, जल बोर्ड की ज़िम्मेदारी सत्येंद्र जैन को
दिल्ली सरकार में मंत्रियों के विभागों का बंटवारा हो गया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने पास कोई विभाग नहीं रखेंगे. मनीष सिसोदिया उपमुख्यमंत्री होंगे और उन्हें शिक्षा, वित्त, योजना, भूमि और भवन, सतर्कता, पर्यटन, सेवा, कला, संस्कृति और भाषा विभाग आवंटित किए गए हैं.
नई दिल्ली: तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने अरविंद केजरीवाल और उनकी कैबिनेट के सभी मंत्रियों ने सोमवार को दिल्ली सचिवालय में पदभार संभाल लिया. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने पास कोई विभाग नहीं रखा है. तीन विभागों में फेरबदल की गई है. जल बोर्ड की ज़िम्मेदारी सत्येंद्र जैन को दे दी गई है. पिछली सरकार में जल बोर्ड की ज़िम्मेदारी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पास थी. इसके साथ ही पर्यावरण मंत्रालय कैलाश गहलोत की जगह अब गोपाल राय संभालेंगे. महिला एवं बाल विकास मंत्रालय जो पहले मनीष सिसोदिया के पास था उसका ज़िम्मा अब राजेन्द्र पाल गौतम को दे दिया गया है.
मनीष सिसोदिया सरकार में पहले की तरह ही उप-मुख्यमंत्री की भूमिका में रहेंगे. उनके पास शिक्षा मंत्रालय और वित्त मंत्रालय पिछली बार की तरह ही मनीष सिसोदिया के पास रहेंगे. वहीं सत्येंद्र जैन के पास जल बोर्ड के अलावा पिछली बार की तरह स्वास्थ्य, लोक निर्माण विभाग, बिजली और शहरी विकास जैसे महत्वपूर्ण विभागों की ज़िम्मेदारी रहेगी. पिछली सरकार में ग्रामीण विकास और रोजगार मंत्री रहे गोपाल राय को पर्यावरण मंत्रालय की भी अहम ज़िम्मेदारी दी गई है. महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की नई ज़िम्मेदारी के साथ एससी एसटी विभाग राजेंद्र पाल गौतम के पास रहेगा. परिवहन मंत्रालय कैलाश गहलौत और खाद्य मंत्रालय इमरान हुसैन के पास हैं.
सभी मंत्रियों का कहना है कि केजरीवाल का गारंटी कार्ड सरकार की प्राथमिकता होगी. कामकाज संभालने के बाद ही उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बजट को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की. कर विभाग के अधिकारियों के साथ हुई एक बैठक में टैक्स चोरी को रोकने और विभागीय भ्रष्टाचार को खत्म करने का निर्देश दिया गया. इसके अलावा शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ हुई एक मीटिंग में दो नई यूनिवर्सिटी का काम तेज करने व सभी स्कूलों की बाहरी दीवार को दुरूस्त करने के निर्देश दिए गए हैं.
मनीष सिसोदिया ने साफ कहा कि शिक्षा पहले की तरह नई सरकार की भी प्राथमिकता होगी. जल बोर्ड की ज़िम्मेदारी पाने वाले सत्येंद्र जैन ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि जैसे 24 घन्टे बिजली का वादा पूरा किया है वैसे से ही 24 घन्टे साफ पानी का वादा भी नई सरकार पूरा करके दिखाएगी.
EXCLUSIVE: बीजेपी संगठन, शाहीन बाग, दिल्ली चुनाव में हार पर त्रिवेंद्र सिंह रावत ने क्या कहा? पढ़ें मध्य प्रदेश: कांग्रेस में घमासान पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने कहा- सरकार नहीं सर्कस चल रहा है