(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
शाहीन बाग: रास्ता खुलवाने के लिए कोर्ट पहुंचे 35 बच्चे , CAA के खिलाफ 34 दिनों से हो रहा है प्रदर्शन
दिल्ली के शाहीन बाग ने जो रवायत शुरू की अब वो धीरे-धीरे पूरे मुल्क में फैल रही है और जाहिर अगर वैसा हुआ तो जो दिक्कत दिल्ली झेल रही है वो शहर-शहर सरेआम हो जाएगी, क्योंकि पूरी दिल्ली चंद लोगों के विरोध प्रदर्शन की वजह, 34 दिन से शाहीन बाग की सड़क बंद हैं.
नई दिल्ली: दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर एक महीने से चल रहे प्रदर्शन के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है. प्रदर्शन के खिलाफ 35 छात्र कोर्ट पहुंचे हैं. छात्रों की मांग है कि रास्ता खुलवाया जाए. उनका कहना है कि बोर्ड परीक्षा की तैयारी को लेकर उन्हें दिक्कत हो रही है.
दिल्ली पुलिस ने एक बार फिर शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से रोड खाली करने की अपील की है. नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कालिंदी कुंज-शाहीन बाग रोड पर धरना चल रहा है. इसकी वजह से ये सड़क एक महीने से बंद है. पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारी दिल्ली एनसीआर के लोगों को होने वाली दिक्कतों को समझो.
इसको लेकर दिल्ली पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैडल से एक ट्वीट भी किया. ट्वीट में कहा गया, ''हम रोड नंबर 13 A शाहीन बाग पर आंदोलनकारियों से अपील करते हैं कि वे उन दिक्कतों को समझें जो रोड बंद होने की वजह से दिल्ली और एनसीआर के लोगों, सीनियर सिटिजन्स, इमरजेंसी मरीज और स्कूल जाने वाले बच्चों को हो रही है. यह मामला हाई कोर्ट के सामने भी आ चुका है. हम एक बार फिर प्रदर्शनकारियों से सहयोग करने और लोगों के हितों को देखते हुए रोड को क्लियर करने का अनुरोध करते हैं.''
पिछले एक महीने से शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर प्रदर्शन जारी है. इस वजह से कालिंदी कुंज रोड बंद पड़ी है. ये रोड दिल्ली और नोएडा को जोड़ती है. पुलिस ने प्रदर्शनकारी महिलाओं से अपील की कि वे अपना प्रदर्शन कहीं और शिफ्ट कर लें. आपको पूरी सुरक्षा दी जाएगी.
कालिंदी कुंज-शाहीन बाग सड़क नोएडा और दिल्ली को जोड़ने का काम करती है और विरोध प्रदर्शन की वजह से नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने उसे बंद कर दिया है. इसके अलावा वहां कई शोरूम भी हैं जो धरना प्रदर्शन की वजह से एक महीने से बंद पड़े हुए हैं. इस रोड के बंद होने से डीएनडी पर जाम की समस्या पैदा हो रही है.
बता दें कि 14 जनवरी मंगलवार को दिल्ली हाई कोर्ट में शाहीन बाग सड़क खाली कराने को लेकर एक याचिका पर सुनवाई हुई थी. कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली पुलिस पर फैसला छोड़ दिया. कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से कहा कि वो जनहित को ध्यान में रखकर कार्रवाई करें. शाहीन बाग में महिलाओं के साथ उनके बच्चे में प्रदर्शन में मौजूद रहते हैं. कोर्ट के फैसले के बाद पुलिस ने लोगों से बात की थी लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. बड़ी संख्या में महिलाओं और बच्चों की मौजूदगी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है.
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