पणजी: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के छतरपुर इलाके में एक गिरजाघर (चर्च) गिराए जाने से जुड़े मामले में न्याय का आश्वासन देते हुए बुधवार को कहा कि यह कार्रवाई केन्द्र सरकार के अधीन आने वाले दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने की है.


दक्षिणी दिल्ली जिला प्रशासन ने भूमि का ‘‘अतिक्रमण’’ कर उस पर बनाए गए चर्च को 12 जुलाई को छतरपुर में अतिक्रमण रोधी अभियान के दौरान गिरा दिया था. चर्च के सदस्यों ने कार्रवाई को ‘‘अवैध’’ करार देते हुए दावा किया है कि परिसर खाली करने के लिए कोई नोटिस नहीं दिया गया.


डीडीए केन्द्र सरकार के अधीन आता है- केजरीवाल


गोवा के दो दिवसीय दौरे पर आए केजरीवाल ने पत्रकारों से कहा, ‘‘मुझे बताया गया था कि यह कार्रवाई दिल्ली विकास प्राधिकरण ने की है. डीडीए केन्द्र सरकार के अधीन आता है. दिल्ली सरकार का इस पर कोई नियंत्रण नहीं है. डीडीए ने संभवत: मामले में हाई कोर्ट का रुख किया था, जिसने आदेश दिया और डीडीए ने कार्रवाई की.’’


‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि उनकी पार्टी के स्थानीय विधायक, चर्च के अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं और हर संभव मदद मुहैया करा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘अगर हाई कोर्ट ने स्थगन का आदेश दिया होता तो उस हिस्से को गिराया नहीं जाता. मुझे मामले से जुड़ी कानूनी जानकारी नहीं है. कल जब मैं यहां आया, तब मुझे बताया गया कि यह कार्रवाई की गई है.’’


केजरीवाल ने कहा कि वह दिल्ली वापस जाकर मामले की जानकारी लेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको बस इतना आश्वासन दे सकता हूं कि न्याय होगा और जो भी सही है उसकी जीत होगी.’’ वहीं डीडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संपर्क करने पर कहा कि उसने इस तरह की कोई कार्रवाई नहीं की है.


कांग्रेस ने मामले में केजरीवाल को बताया झूठा, कहा- बीजेपी और केजरीवाल सरकार एक ही सिक्के के दो पहलू हैं 


कांग्रेस ने इस मुद्दे पर केजरीवाल के बयान की आलोचना की और झूठ बोलने का आरोप लगाया. कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने गोवा में संवाददाताओं से कहा कि चर्च गिराए जाने के पीछे आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी  दोनों का हाथ है.


उन्होंने कहा कि चर्च प्रबंधन को नोटिस दिए बिना उसे गिरा दिया गया. उन्होंने कहा कि बीजेपी और ‘आप’ एक ही सिक्के के दो पहलू हैं क्योंकि दोनों ‘‘अपने राजनीतिक फायदे के लिए नफरत फैलाते हैं और सामुदायिक विभाजन को प्रोत्साहन देते हैं.’’ मोहम्मद ने कहा, ‘‘दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली में चर्च गिराए जाने के मुद्दे पर गोवा के लोगों से झूठ बोला है.’’ उन्होंने कहा कि डीडीए में आम आदमी पार्टी के दो विधायक, बीजेपी का एक विधायक और बीजेपी के तीन पार्षद सदस्य हैं.


डीडीए की कार्रवाई को कांग्रेस ने बताया अवैध


मोहम्मद ने डीडीए की कार्रवाई को पूरी तरह से अवैध और संवेदनहीन बताते हुए कहा, ‘‘इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जिम्मेदार हैं.’’ उन्होंने कहा कि केजरीवाल को बताना चाहिए कि उनके दो विधायक दिलीप पांडेय और सोमनाथ भारती इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी के विधायक ओ पी शर्मा (डीडीए के सदस्य) भी इस अवैध कार्रवाई पर मूक दर्शक बने रहे.


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