Civil Lines Murder Case: दिल्ली के पौश इलाके सिविल लाइंस में हुई हत्या के मामले में पुलिस ने 2 नाबालिग आरोपियों को हिरासत में लिया है. इस मामले की जांच दिल्ली पुलिस की कई टीमें कर रही थीं. करीब चार दिन की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार पुलिस के हाथ अहम सुराग लगे और आरोपियों तक पुलिस पहुंच गई. 


दरअसल दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में 76 वर्षीय बिल्डर रामकिशोर अग्रवाल की हत्या हुई थी. आरोपियों ने घर में घुसकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया. घर में जितना भी कैश और जरूरी सामान था, उसे भी हत्यारे अपने साथ ले गए. पौश इलाके में हुए इस हत्याकांड को लेकर दिल्ली पुलिस हरकत में आई और तुरंत मामले की जांच शुरू की गई. 


आरोपियों तक कैसे पहुंची पुलिस
दरअसल पुलिस ने सबसे पहले बाहर सड़क पर लगे सीसीटीवी कैमरों तक पहुंची. कई सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए, जिन्हें देखने के बाद पता चला कि घटना को दो आरोपियों ने अंजाम दिया, जो बाइक से फरार हुए थे. पुलिस ने बताया कि, इसके बाद दोनों आरोपियों की एक्टिविटी पर नजर डाली गई और पता चला कि दोनों मेट्रो से सफर कर रहे हैं. डीएमआरसी की मदद से कई मेट्रो स्टेशनों पर पुलिस की टीमें लगाई गईं. जैसे ही आरोपी राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर पहुंचे तो वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें दबोच लिया. 


ऐसे बनाया था चोरी का प्लान
स्पेशल सीपी, लॉ एंड ऑर्डर दीपेंद्र पाठक ने बताया कि दोनों आरोपी 16-17 साल के हैं और दोनों ही स्कूल ड्रॉपआउट हैं. दोनों ने चोरी से पहले पूरा प्लान तैयार किया था. इन्होंने गूगल और यूट्यूब का खूब इस्तेमाल किया. मोटरसाइकिल को बिना चाबी के कैसे चुराते हैं और बाकी चीजें गूगल पर सर्च कीं. इसके बाद घटना को अंजाम दिया. आरोपियों में से एक पहले इस घर में नौकर के तौर पर काम कर चुका था, इसलिए उसे घर की पूरी जानकारी थी. दोनों से चोरी की गई बाइक, 10 लाख रुपये कैश, विदेशी करेंसी और ज्वैलरी बरामद कर ली गई है. फिलहाल पुलिस हत्या को लेकर दोनों से पूछताछ कर रही है. 


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