नई दिल्ली: पारिवारिक और निजी कारणों को वजह बताते हुआ दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के सलाहकार वीके जैन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. अपने इस्तीफे में उन्होंने इसकी वजहें बताते हुए लिखा है कि उन्हें पारिवारिक कारणों से इस्तीफा देना पड़ रहा है.
जैन का नाम आखिरी बार तब विवाद में आया था जब उन्होंने आम आदमी पार्टी के विधायकों के खिलाफ़ पुलिस को बयान दिया था. पुलिस को दिए गए बयान में उन्होंने कहा था कि आप विधायक अमानतुल्ला खान और प्रकाश जरवाल ने दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ मारपीट की थी. सूत्रों ने बताया है कि जैन ने अपने इस्तीफे की कॉपी सीएम और उप-राज्यपाल को भेज दी है.
बीते 19 फरवरी को दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने आप विधायकों पर मारपीट का आरोप लगाया था. ये कथित मारपीट सीएम केजरीवाल के आवास पर हुई मुख्य सचिव और विधायकों की बैठक के दौरान हुई थी. इस बैठक के दौरान हुई मारपीट को लेकर जैन ने अपने बयान बदले हैं. अपने पहले के बायन में उन्होंने कहा था कि उन्होंने कुछ नहीं देखा था क्योंकि घटना के दौरान वो वॉशरूम में थे लेकिन बाद में बयान बदलते हुए उन्होंने आप विधायकों पर मारपीट का आरोप लगा दिया.
जैन को साल 2017 के सितंबर में इस पद पर नियुक्त किया गया था. उन्हें ये पद तब मिला था जब वो दिल्ली अर्बन शेल्टर इंप्रूवमेंट बोर्ड के सीईओ के पद से रिटायर हुए थे. इस बोर्ड के चेयरमैन केजरीवाल हैं. आपको बता दें कि जैन दिल्ली मुख्य सचिव मामले में आप विधायकों के खिलाफ बयान देने के बाद से एक हफ्ते की मेडिकल लीव पर चले गए थे.
मुख्य सचिव पर हुए इस हमले के बाद दिल्ली और अंडमान निकोबार के आईएएस अधिकारी आप विधयाकों के साथ मीटिंग में हिस्सा नहीं ले रहे हैं और बस लिखित रूप से ही विधायकों के साथ पत्राचार कर रहे हैं. दिल्ली सरकार कर्मचारियों के ज्वाइंट फोरम ने मामले में सीएम केजरीवाल और डिप्टी सीएम सिसोदिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.