AAP Protest on Kashmir Target Killing: कश्मीर में हो रही टारगेट किलिंग और कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandit) के पलायन को लेकर आम आदमी पार्टी दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रही है. दिल्ली के जंतर-मंतर पर आम आदमी पार्टी के तमाम नेताओं ने कश्मीर में हो रही हत्याओं को लेकर केंद्र सरकार को जमकर घेरा. इस दौरान पार्टी संयोजक और सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा कि, कश्मीरी पंडितों को चुन-चुन के मारा जा रहा है. एक बार फिर काश्मीर पंडितो को घर छोड़कर जाना पड़ रहा है. एक बार 90 में ऐसा हुआ है एक बार अब हो रहा है. केजरीवाल ने कहा कि, गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) सिर्फ बैठक ही कर रहे हैं, लेकिन देश एक्शन चाहता है.
आवाज नहीं उठाने दे रही सरकार - केजरीवाल
केजरीवाल ने कश्मीर में हुईं मौतों के लिए 2 मिनट का मौन भी रखा. इसके बाद उन्होंने कहा कि, कश्मीर में लोगों का नरसंहार हो रहा है, उन्हें आवाज उठाने नहीं दी जा रही. बीजेपी सरकार उन्हें घरों के अंदर बंद करवा देती है. कश्मीरी पंडितों ने अपनी सुरक्षा के सिवा कुछ नहीं मिल रहा, भारतीय जनता की सरकार उन्हें सुरक्षा भी देने के नाकाम है. कश्मीर एक्शन मांगता है, भारत एक्शन मांगता है. योजना बताइए बताइए कि क्या प्लान है, बहुत मीटिंग हो गई, अब जनता जवाब चाहती है.
केजरीवाल ने कश्मीर में हुई हत्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि, 5 अक्टूबर को माखन लाल बिंद्रू जी का कत्ल कर दिया गया. वो मेडिकल स्टोर चलाते थे. 5 अक्टूबर को वीरेंद्र पासवान की हत्या हुई. 7 अक्टूबर को सतिंदर कौर और दीपक चंद की हत्या हुई, 13 अक्टूबर सुरेंद्र कुमार सिंह ड्राइवर, 17 अक्टूबर को रंजीत सिंह, 2 जून को बैंक मैनेजर विजय कुमार की हत्या हो गई. कश्मीर में टारगेट किलिंग से पूरा देश दुखी है. एक एक भारतवासी मे मन में चिंता और दुख है. कश्मीरी पंडित जन्मभूमि छोड़ने के लिए मजबूर हो गए हैं.
केजरीवाल ने आगे कहा कि, कश्मीरी पंडित बीजेपी की सरकार से एक ही चीज मांग रहे हैं, वो है सुरक्षा. 1990 का दौर वापस आ गया है. तब भी सारा देश कश्मीर को लेकर चिंतित था, आज फिर देश चिंतित है. कुछ एक्शन करके दिखाओ. कई कश्मीरी हिंदू भाई बहन शहीद हो गए.
डिप्टी सीएम बोले, गूंगी-बहरी है सरकार
सीएम के अलावा डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने इस आक्रोश रैली में कहा कि, कश्मीरी अपने घरों पर ताला लगाकर जम्मू के कैंप, पंजाब और दिल्ली आ रहे हैं. आज जरूरत है कि हम अपने कश्मीरी पंडित भाई-बहनों को कहें कि आप पर हो रहे अत्याचार की टीस हम समझ रहे हैं और हम आपके साथ हैं. साथ ही इस गूंगी-बहरी सरकार को संदेश दे कि अगर कश्मीर के हालात को नहीं संभाला तो आप खुद को और कुर्सियों को नहीं संभाल पाओगे.
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