नई दिल्ली: दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने उपराज्यपाल की शक्तियां बढ़ाने से संबंधित केन्द्र सरकार के विधेयक के खिलाफ बुधवार को जंतर-मंतर पर धरना दिया और सरकार से इसे वापस लेने की मांग की.


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये तो वैसा ही है जैसे कोई बच्चा क्रिकेट में हार गया तो बैट बॉल लेकर भाग गया. उन्होंने कहा कि बिल का खिलाफ लोगों में गुस्सा है.


केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार संसद में तीन दिन पहले एक कानून लेकर आयी है. जिसमें लिखा है अब से दिल्ली में सरकार का मतलब होगा LG. तो हमारा क्या होगा, दिल्ली की जनता का क्या होगा, मुख्यमंत्री का क्या होगा? फिर दिल्ली में चुनाव क्यों कराये गए थे?


उन्होंने कहा कि नए बिल में लिखा है कि सारी फाइलें LG के पास जाएंगी. 2018में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कोई फाइल LG के पास भेजने की जरूरत नहीं है. ये सुप्रीम कोर्ट को नहीं मानते है. ये तो गलत बात है.


केजरीवाल ने कहा कि 2015 में 67 सीट दीं, 2020 में 62 सीट दी, अब उपचुनाव में बीजेपी को 0 सीट मिली. जनता तो यही कह रही है कि हमको बीजेपी नहीं चाहिए हमको आम आदमी पार्टी चाहिए. बाकी जगह जब सरकार नहीं बनती तो MLA खरीद कर सरकार गिरा देते हैं. दिल्ली में भी इन्होंने MLA खरीदने की बहुत कोशिश की लेकिन खरीद नहीं पाए इसलिये क़ानून लाए हैं.


केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (संशोधन) विधेयक 2021 लोकसभा में पेश किया था. विधेयक के अनुसार दिल्ली सरकार को विधानसभा में कोई भी कानून बनाने के लिये उपराज्यपाल से सलाह-मशविरा करना होगा.


ममता बनर्जी ने जारी किया TMC का घोषणापत्र, हर घर राशन, रोजगार और भत्ता को लेकर किया ये वादा