नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज राज्य चुनाव आयोग को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि मतदान के दिन ‘‘खराब’’ इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की खबरें दिल्ली के हर हिस्से से आ रही हैं. आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक ने यह आरोप भी लगाया कि मान्य वोटर पर्चियां साथ होने के बाद भी कई वोटरों को नगर निगम में अपने मताधिकार का प्रयोग ‘‘नहीं करने दिया गया.’’ केजरीवाल ने पहले मांग की थी कि वीवीपीएटी से लैस ईवीएम से मतदान कराने का इंतजाम किए जाने तक चुनाव टाल दिए जाएं.


उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘‘ईवीएम में खराबी की खबरें पूरी दिल्ली से आ रही हैं, वोटर पर्चियों से लैस लोगों को भी वोट डालने नहीं दिया जा रहा. राज्य चुनाव आयोग कर क्या रहा है ’’ आयोग के एक अधिकारी ने स्वीकार किया कि कुछ जगहों से ‘‘तकनीकी गड़बड़ी’’ की खबरें आई हैं, लेकिन उन गड़बड़ियों को दूर कर दिया गया.


वीवीपीएटी मशीनों से एक पर्ची निकलती है जिसमें उस पार्टी का चुनाव चिह्न अंकित होता है, जिसे मतदाता ने वोट दिया है. यह पर्ची एक बक्से में गिरती है. कोई मतदाता इसे अपने घर नहीं ले जा सकता.


 


बहरहाल, मतदाता वोटर-वेरीफायेबल पेपर ऑडिट ट्रेल पर्चियों को 7 सेकंड तक देख सकते हैं. इससे पहले, अपना वोट डालने के बाद केजरीवाल ने दिल्ली के वोटरों से अपील की कि वे अपने घरों से बाहर निकलें और ‘‘डेंगू एवं चिकनगुनिया मुक्त दिल्ली’’ बनाने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करें.


उन्होंने पत्रकारों को बताया, ‘‘मैं लोगों से अपील करता हूं कि बड़ी संख्या में बाहर निकलें और चिकनगुनिया एवं डेंगू मुक्त दिल्ली बनाने के लिए वोट डालें.’’ यह पूछे जाने पर कि क्या दिल्ली नगर निगम के चुनाव शहर में ‘आप’ सरकार के 2 साल के कामकाज पर जनमत-संग्रह है, इस पर केजरीवाल ने कहा, ‘‘हम देखेंगे जब बुधवार को नतीजे आएंगे.’’