Arvind Kejriwal On Manipur Violence: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मणिपुर हिंसा और वहां महिलाओं के साथ हुई बर्बरता के मुद्दे पर गुरुवार (20 जुलाई) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा.
सीएम केजरीवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ''मणिपुर के अंदर जिस तरह के हालात पिछले कुछ महीनों से बने हुए हैं और केंद्र सरकार, खासकर प्रधानमंत्री जी इसके ऊपर कभी कुछ भी नहीं बोला. ये बहुत चिंताजनक है. कोई कार्रवाई नहीं की गई इस बारे में.''
इसके लिए मणिपुर सरकार और केंद्र सरकार दोनों जिम्मेदार हैं- केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने आगे कहा, ''दूसरी चीज जो कल वीडियो पूरा वायरल हुआ, जिसमें दो बहनों को जिस तरह से निर्वस्त्र करके उनके परेड कराया गया और उनके साथ सामूहिक तौर पर गलत काम किए गए, पूरे देश की आत्मा झकझोर दी है उन वीडियो ने. पता चला कि वो वीडियो अभी के नहीं हैं, ढाई महीने पहले के हैं. ढाई महीने के अंदर वहां की सरकार ने इस बारे में कुछ भी नहीं किया. ये बेहद शर्मनाक है, ये आपराधिक मामला बनता है. बेहद दुख के साथ मुझे कहना पड़ रहा है कि इसके लिए मणिपुर सरकार और केंद्र सरकार दोनों जिम्मेदार हैं.''
'ये एक कमजोर लीडर की निशानी है'
सीएम केजरीवाल ने कहा, ''अक्सर देखने में आया है कि इस तरह के जब भी कभी देश में वाकया होते हैं तो प्रधानमंत्री जी चुप्पी साध लेते हैं. ये एक कमजोर लीडर की निशानी है. ये कमजोर लीडर होता है कि जब समस्या आती है तो वो चुपचाप अपने कमरे में बंद होकर बैठ जाता है. एक जो साहसिक लीडर होता है, असली लीडर होता है वो फ्रंट से काम करता है, फ्रंट पर आकर काम करता है, जब कोई मुसीबत होती है तो फ्रंट पर दिखाई देता है नेता, ऐसा नहीं होता कि मुसीबत आने पर चुप्पी साधकर और अपने कमरे के अंदर बंद होकर बैठ जाओ.''
उन्होंने कहा, ''बहुत दुख की बात है कि ऐसे सेंसटिव टाइम के अंदर प्रधानमंत्री जी ने कोई कदम नहीं उठाया, अगर समय पर कदम उठाया होता तो हमारी इन बहनों के साथ ऐसा अन्याय नहीं होता.''
'वीडियो के अंदर तो सबके चेहरे दिखाई दे रहे'
सीएम केजरीवाल ने कहा, ''मणिपुर के सीएम का बयान मैं थोड़ी देर पहले देख रहा था कि ये एक घटना थोड़े ही है, ऐसी तो बहुत घटनाएं घटी हैं. इसका मतलब तो पता नहीं कितनी बहनों के साथ ऐसा हुआ मणिपुर के अंदर, अगर बहुत सारी ऐसी घटनाएं घटी हैं तो उन्होंने क्या किया इस बारे में? उन्होंने क्यों नहीं पकड़कर दोषियों को जेल में डाला? वो कर क्या रहे थे अभी तक? अब जब ढाई महीने के बाद वो वीडियो सामने आया, अब कह रहे हैं कि एक आदमी पकड़ा गया, उस वीडियो के अंदर पता नहीं कितने लोग हैं. जो एफआईआर दर्ज की गई है वो अज्ञात लोगों के खिलाफ हुई है, वीडियो के अंदर तो सबके चेहरे दिखाई दे रहे हैं.''
प्रधानमंत्री जी को सामने आना पड़ेगा- केजरीवाल
उन्होंने कहा, ''मणिपुर के अंदर शांति बहाल की जाए, जैसे भी की जाए, जिस भी तरीके शांति बहाल की जाए, ये एक ऐसा सेंसटिव मामला है, जिसमें मैं कोई राजनीति नहीं करना चाहूंगा लेकिन कुछ भी करके प्रधानमंत्री जी को सामने आना पड़ेगा... अगर देश के अंदर समस्या चल रही है और प्रधानमंत्री कमरे के अंदर चिटकनी मारकर बैठ जाएगा तो फिर देश कहां जाएगा, कौन संभालेगा देश को? प्रधानमंत्री जी को सामने आकर और इसकी जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी और कुछ न कुछ कठोर इफेक्टिव कदम उठाने पड़ेंगे.''