नई दिल्ली: यमुना नदी की सफाई से जुड़ी मुख्य परियोजनाओं की समीक्षा के लिए कल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मीटिंग की थी. चर्चा के दौरान अधिकारियों से मिली जानकारी पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम केजरीवाल ने परियोजना की धीमी प्रगति और देरी पर असंतोष जताया और अगले हफ्ते फिर से समीक्षा बैठक बुलाने के आदेश दिए हैं.


मुख्यमंत्री ने निर्धारित समय सीमा से पहले सभी परियोजनाओं का कार्य पूरा करने के निर्देश दिए. साथ ही, अधिकारियों को कहा गया कि परियोजना के किसी भी चरण में ऐसी कोई लापरवाही न बरती जाए, जिससे इसे पूरा करने में देर हो. बैठक में दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों ने चार प्रमुख ड्रेन नजफगढ़, सप्लीमेंट्री, शाहदरा और बारापुल्ला की सफाई के लिए एक विस्तृत योजना प्रस्तुत की.


अगले हफ्ते तक योजना तैयार करने के सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री ने सभी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) परियोजना का काम पूरा करने में निर्धारित समय सीमा से ज्यादा समय लगने पर चिंता और दुख व्यक्त किया. उन्होंने दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों को अगले हफ्ते तक विस्तृत कार्य योजना तैयार करने के सख्त निर्देश दिए, जिसमें संशोधित समय सीमा के मुताबिक हर प्रोजेक्ट की जांच की जाए. यमुना नदी में गिरने वाले चार प्रमुख नालों के संबंध में सीएम अरविंद केजरीवाल ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि इनसे कोई भी अनुपयोगी अपशिष्ट पदार्थ नदी में न जाने पाए. अगले हफ्ते संशोधित कार्य योजना पर विचार-विमर्श के लिए एक और बैठक बुलाई गई है.


बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यमुना सफाई परियोजना में तेजी लाने का निर्देश देते हुए कहा कि स्वच्छ यमुना परियोजना दिल्ली सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि परियोजना के किसी भी चरण में कोई कोताही न बरती जाए, जिससे कि परियोजना को पूरा करने में देर हो. हमें यमुना की सफाई प्रक्रिया में तेजी लाने की दिशा में काम करना होगा. उन्होंने निर्देश दिए कि हर उप-परियोजना को निर्धारित समय सीमा के अंदर पूरा किया जाना चाहिए.


अधिकारियों ने मुख्यमंत्री से क्या कहा
दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों ने अरविंद केजरीवाल को बताया कि निर्धारित समय सीमा से पहले काम में तेजी लाने के लिए कम लागत वाले कई तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है. जिनमें अपशिष्ट जल के सीटू उपचार, नालों का दोहन (नजफगढ़/सप्लीमेंट्री/शाहदरा) और एसटीपी को उपचार के लिए संवहन, उन्नत फिल्टर लगाने, कीचड़ की मात्रा में कमी के लिए झुकाव, मौजूदा एसटीपी के प्रवाह मापदंडों में गुणवत्ता में सुधार, एरियेशन सिस्टम के माध्यम से एसटीपी की क्षमता बढ़ाना शामिल है.


दिल्ली जल बोर्ड अधिकारियों की ओर से बैठक में दी गई जानकारी के मुताबिक चार नालियों में से दो प्रमुख नालों यानी सप्लीमेंट्री और शाहदरा का इंटरसेप्शन का काम लगभग पूरा हो चुका है. सप्लीमेंट्री नाले से अनट्रीटेड पानी को दिसंबर 2021 तक पूरी तरह से टैप कर उपचारित कर लिया जाएगा. शाहदरा नाले से अनट्रीटेड पानी अगले कुछ महीनों में पूरी तरह से टैप हो जाएगा. बाकी बचे दो बड़े नालों नजफगढ़ और बारापुल्ला को तय समय सीमा में पूरा कर लिया जाएगा. बैठक में दिल्ली की अनधिकृत कॉलोनियों में सेप्टिक टैंक की सफाई के प्रोजेक्ट की भी समीक्षा की गई और अगले कुछ महीनों में इस परियोजना के पूरा होने की उम्मीद है.


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