CM Arvind Kejriwal Going For Vipassana: नए साल में नई ऊर्जा के साथ काम करने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जल्द ही ध्यान लगाने के लिए 'विपश्यना साधना' करने के लिए जाने वाले हैं. विपश्यना साधना के दौरान केजरीवाल के पास न ही मोबाइल-टीवी होगा और न ही वह अखबार ही देख सकेंगे. सीएम केजरीवाल ने खुद इसकी जानकारी दी है. 


सीएम केजरीवाल ने एक ट्वीट के जरिये विपश्यना साधना में जाने और नए साल पर एक जनवरी को वापस आने की जानकारी दी है. केजरीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा, "आज विपासना साधना के लिये जा रहा हूं. साल में एक बार जाने की कोशिश करता हूं. 1 जनवरी को लौटूंगा. कई सौ साल पहले भगवान बुद्ध ने ये विद्या सिखाई थी. क्या आपने विपासना की है? अगर नहीं, तो एक बार जरूर कीजिए. मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक बहुत लाभ होता है. सबका मंगल हो!"






पहले भी विपश्यना कर चुके हैं केजरीवाल


विपश्यना साधना के लिए केजरीवाल कहां जाने वाले हैं, यह जानकारी उन्होंने नहीं दी है. माना जा रहा है कि जानकारी देने से मीडिया और आम जनता के पहुंच जाने पर मुख्यमंत्री की साधना में खलल पड़ सकता है. इससे पहले भी वह विपश्यना साधना के लिए जा चुके हैं. पिछले साल वह अगस्त के महीने में साधना करने के लिए गए थे. महाराष्ट्र के इगतपुर और हिमाचल प्रदेश के धर्मकोट सहित कई विपश्यना शिविरों में पहले भी केजरीवाल 10 दिवसीय साधना में भाग ले चुके हैं.


चुनावों में जमकर बहाया पसीना


इससे पहले चुनावी मौसम में केजरीवाल ने जमकर पसीना बहाया था. उनकी मेहनत का ही नतीजा है कि उनकी पार्टी ने दिल्ली एमसीडी की सत्ता से बीजेपी को बाहर कर दिया है. एमसीडी में बीजेपी का पिछले 15 सालों से कब्जा था. गुजरात में भी आम आदमी पार्टी को 5 सीटों पर जीत हासिल हुई. गुजरात चुनाव की वजह से 'आप' अब राष्ट्रीय पार्टी बनने की दावेदार बन चुकी है. 


क्या है विपश्यना साधना?


विपश्यना प्राचीन ध्यान पद्धति है. यह आत्मशुद्धि और आत्मनिरीक्षण की एक पद्धति है. कहा जाता है कि भगवान बुद्ध को विपश्यना के जरिये ही ज्ञान हासिल हुआ था. इसमें पहले सांसों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, फिर दूसरे चरण में चुपचाप अपने शरीर और मन की प्रतिक्रियाओं पर नजर रखी जाती है. इससे मन को शांत करने, तनाव कम करने और नकारात्मकता को दूर करने जैसे कई लाभ मिलते हैं.


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