ED And CBI Row: ‘देश में खतरनाक हालात हैं’, ईडी और सीबीआई को लेकर अरविंद केजरीवाल का पीएम मोदी पर निशाना
Kejriwal On ED And CBI Use: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी पर एजेंसियों के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया है. वहीं, उन्होंने विपक्ष के 9 नेताओं के पीएम को चिट्ठी लिखने पर प्रतिक्रिया दी.
Arvind Kejriwal Letter To PM Modi: देश के 9 विपक्षी नेताओं ने ईडी और सीबीआई के गलत इस्तेमाल को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है. इस मामले पर आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का बयान भी सामना आया है. अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि इस तरह के हालात देश के लिए खतरनाक हैं. केजरीवाल ने पीएम मोदी की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए हैं.
उन्होंने कहा, "इस समय देश के प्रधानमंत्री की कार्यशैली कुछ इस तरह की हो गई है कि देश के अंदर किसी भी राज्य में बीजेपी के अलावा किसी अन्य पार्टी की सरकार हो तो सरकार को काम करने नहीं दिया जाता है. यह बहुत ज्यादा खतरनाक है." आप संयोजक ने कहा, "प्रधानमंत्री किसी भी देश के फादर फिगर की तरह होते हैं. चुनाव में हम आपस में लड़ें लेकिन चुनाव होने के बाद अगर कहीं किसी की सरकार बन जाती है तो सरकार को पूरी तरह से सपोर्ट देने और उसके साथ काम करने की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री की होती है."
‘दूसरी पार्टी को वोट दोगे तो काम नहीं करने देंगे’
अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, "हमारे देश के प्रधानमंत्री ने ठान लिया है कि अगर बीजेपी को वोट नहीं दोगे और किसी दूसरी पार्टी को वोट दोगे तो उस सरकार को किसी भी हाल में काम नहीं करने दिया जाएगा. प्रधानमंत्री यह भी करते हैं कि अगर बीजेपी के अलावा किसी दूसरी पार्टी की सरकार बन जाए तो उसके सारे नेताओं पर ईडी और सीबीआई छोड़ देते हैं, उनको गिरफ्तार कर लेते हैं. तरह-तरह से प्रताड़ित करते हैं, उनकी पार्टी तोड़ देते हैं, सरकार गिरा देते हैं. देशभर में, गोवा और कर्नाटक में ऐसा देखने को मिला है."
हिमंत बिस्वा सरमा का दिया उदाहरण
केजरीवाल ने असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा को आड़े हाथों लेते हुए कहा, "ईडी और सीबीआई छोड़कर नेताओं को डराया जाता है. अगर वही नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाए तो सारी मामले बंद हो जाते हैं. हिमंत बिस्वा सरमा, जिन पर ईडी और सीबीआई के काफी सारे मामले थे, शारदा कांड में फंसे थे. जैसे ही वह बीजेपी में आए उनके सारे मामले खत्म कर दिए गए. या तो वह पहले निर्दोष थे या फिर वह बीजेपी में आ गए और उनके सारे दोष मुक्त हो गए. उसी तरह से सुभेंदु अधिकारी, मुकुल रॉय, नारायण राने का मामला भी आता है." उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे की पार्टी से जितने विधायक तोड़े गए, कहा जाता है कि उन पर ईडी और सीबीआई के मामले चल रहे थे. अब उन मामलों को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है.
मनीष सिसोदिया पर अरविंद केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने आगे कहा, "दिल्ली में जिस तरह मनीष सिसोदिया और सतीश जैन को गिरफ्तार किया गया है, शुरुआत में इन दोनों के पास इन लोगों ने बहुत लोग भेजे कि केजरीवाल का साथ छोड़ दो और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाओ. आज मनीष सिसोदिया मेरा साथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाते तो वह जेल में नहीं होते और न उनके ऊपर किसी तरह का मुकदमा दर्ज होता. जाहिर तौर पर उन दोनों नेताओं पर जितने भी मामले दर्ज हैं वह सब झूठे हैं."
‘राज्यपालों का हो रहा गलत इस्तेमाल’
इसके अलावा अरविंद केजरीवाल ने ये भी कहा, "गवर्नर्स का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है. स्टालिन साहब ने बताया कि विधान सभा से पास 20 से ज्यादा बिल पर गवर्नर साइन नहीं कर रहे हैं. केसीआर साहब ने कल ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है कि उनके बहुत सारे बिल गवर्नर साइन नहीं कर रहे हैं. पिनाराई विजयन साहब के बहुत से वाइस चांसलर की नियुक्ति भी रद्द कर दी गई. ममता बनर्जी, नीतीश कुमार सभी परेशान हैं. दिल्ली के एलजी सुप्रीम कोर्ट के आदेश और संविधान को नहीं मानते हैं. एलजी खुलेआम घूमते हुए कह रहे हैं कि वह सुप्रीम कोर्ट को नहीं मानते. ऐसे देश कैसे चलेगा."
उन्होंने आगे कहा, "देश का प्रधानमंत्री अगर नॉन बीजेपी सरकारों को काम नहीं करने देगा और प्रधानमंत्री रोज अवरोध पैदा करेंगे तो ये देश के लिए ख़तरनाक हालात है."
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