Arvind Kejriwal Surrender: दिल्ली शराब नीति मामले में गिरफ्तार किए गए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनाव प्रचार के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 21 दिनों की अंतरिम जमानत दी थी. उनकी जमानत की अवधि शनिवार (1 जून) को खत्म हो रही है. 2 जून को केजरीवाल को सरेंडर करना है. इस बीच दिल्ली सीएम ने बीमारी का हवाला देकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर अंतरिम जमानत अवधि बढ़ाने की मांग की थी. हालांकि, अदालत ने याचिका को स्वीकार नहीं किया. 


अरविंद केजरीवाल का कहना है कि उनका स्वास्थ्य खराब है. उन्होंने कहा कि यूरिन में कीटोन बढ़ने से उन्हें परेशानी हो रही है. डॉक्टरों ने किसी बड़ी बीमारी के संकेत दिए हैं. इस मुद्दे पर अब बीजेपी हमलावर हो गई है. बीजेपी नेता विजय गोयल ने एंबुलेंस लेकर केजरीवाल के घर के लए रवाना हुए. हालांकि, उन्हें दिल्ली सीएम हाउस के बाहर तक जाने नहीं दिया गया. इस दौरान बीजेपी के कई कार्यकर्ता उनके साथ नजर आए. 


झूठ का ढिंढोरा पीट रहे केजरीवाल: विजय गोयल


विजय गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की बीमारी की मेडिकल जांच करवाने के लिए आज अपने बंगाली मार्किट स्थित घर से मेडिकल वैन लेकर उनके सिविल लाइंस निवास के लिए निकला पर हमें जाने नहीं दिया गया. केजरीवाल हर जगह झूठ का ढिंढोरा पीट रहे हैं चुनावों में रैलियां कर रहे थे तब टेस्ट करवाते." 






चुनाव प्रचार के दौरान केजरीवाल को नहीं आई बीमारी की याद: विजय गोयल


आईएएनएस से बात करते हुए विजय गोयल ने कहा, "शराब नीति मामले में केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें चुनाव प्रचार के लिए 21 दिनों की जमानत दी. अब वह कह रहे हैं कि उनका वजह सात किलो कम हुआ है. प्रचार के दौरान उन्हें न तो कम वजह की याद आई और न ही किडनी की, न कैंसर की, न कीटोन की, न यूरिन और न डायबिटीज की याद आई. जैसे ही सरेंडर करने की बारी आई है, अब वह इलाज के लिए सात दिन मांग रहे हैं."


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