Delhi CM Race: कौन लेगा दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ? अब भी रेस में हैं ये सात नाम; जानें प्रोफाइल
Delhi CM Race: दिल्ली विधानसभा चुनाव में चुने गए विधायकों में से ही कोई एक मुख्यमंत्री बनेगा. आरएसएस की पृष्ठभूमि और बिहारी चेहरा इस चयन में महत्वपूर्ण फैक्टर हो सकते हैं.

Delhi CM Race: दिल्ली के मुख्यमंत्री के लिए शपथ ग्रहण की तारीख, समय और स्थान सब कुछ तय है. 24 घंटे से भी कम समय के भीतर यह शपथ ग्रहण समारोह होना है, लेकिन अब तक मुख्यमंत्री के नाम पर सस्पेंस बरकरार है. अगर कुछ स्पष्ट है तो वह बस यह कि सीएम चेहरा दिल्ली विधानसभा में चुने गए 48 बीजेपी विधायकों में से ही एक होगा. ऐसे में अब इस रेस में महज सात नाम बचे हैं. ये दावेदार कौन-कौन हैं, यहां पढ़ें...
1. प्रवेश वर्मा: केजरीवाल को हराकर हीरो बने
प्रवेश साहिब सिंह वर्मा जाट समुदाय से हैं. इनके सीएम बनने से हरियाणा और पश्चिमी यूपी में बीजेपी को फायदा होगा. दिल्ली बीजेपी का बड़ा चेहरा हैं. इनके पिता डॉ. साहिब सिंह वर्मा दिल्ली के मुख्यमंत्री रह चुके हैं.
दिल्ली चुनाव 2025 में नई दिल्ली विधानसभा सीट से अरविंद केजरीवाल को 4089 वोटों से हराया. इससे पहले 2013-2014 में महरौली विधानसभा से विधायक रहे. 2014 में बीजेपी के लिए लोकसभा चुनाव लड़ा और जीते भी. 2019 में भी सांसद चुने गए. इस बार लोकसभा में टिकट नहीं मिला था.
2. रेखा गुप्ता: महिला चेहरा
इस बार शालीमार बाग से विधायक बनी हैं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सक्रिय सदस्य हैं. छात्र राजनीति में भी सक्रिय रहीं. 1992 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के माध्यम से अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की. 1996-97 में DUSU की महासचिव और अध्यक्ष रह चुकी हैं.
2003-2004 तक भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा दिल्ली राज्य की सचिव, 2004-2006 में भाजपा युवा मोर्चा की राष्ट्रीय सचिव और 2007-2009 लगातार दो सालों तक महिला कल्याण एवं बाल विकास समिति की अध्यक्ष रहीं. 2009 में दिल्ली भाजपा महिला मोर्चा की महासचिव का पद मिला. मार्च 2010 से भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य हैं. 2007 और 2012 में उत्तरी पीतमपुरा (वार्ड 54) से दो बार पार्षद चुनी गई. 2013 से वह लगातार विधानसभा चुनाव में उतरी हैं. पहली बार जीत मिली है.
3. सतीश उपाध्याय: RSS स्वयंसेवक रहे
दिल्ली चुनाव में मालवीय नगर से सोमनाथ भारती (आप) को 2131 वोटों से हराकर विधायक बने. दिल्ली में भाजपा के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं. RSS के स्वयंसेवक रहे. उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. वर्तमान में मध्य प्रदेश में भाजपा सह प्रभारी हैं.
आरएसएस से भाजपा में आए सतीश उपाध्याय को 2002 में दिल्ली यूथ विंग का अध्यक्ष चुना गया था. 2010-12 तक दिल्ली बीजेपी इकाई के उपाध्यक्ष रहे. साल 2014 में लोकसभा चुनाव में दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष चुने गए. नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष भी रहे. सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन बोर्ड के सदस्य भी रह चुके हैं
2012 में उन्होंने अपना पहला नगर निगम चुनाव लड़ा था और निगम के शिक्षा कमिटी के चेयरमैन नियुक्त किए गए थे. 2013 में उन्हें दक्षिणी नगर निगम के स्थायी समिति का चेयरमैन नियुक्त किया गया था.
4. अजय महावर: RSS की पृष्ठभूमि
अजय महावर इस बार घोंडा विधानसभा से जीत कर आए हैं. 2020 में भी वह इसी सीट से विधायक चुने गए. बनिया समुदाय से हैं और RSS की पृष्ठभूमि है. संगठनात्मक नियुक्तियों पर बड़े पैमाने पर काम किया है. विधानसभा में मुख्य सचेतक के रूप में कार्य किया है. दो बार पूर्वी दिल्ली के जिला अध्यक्ष भी रहे.
5. अभय वर्मा: पूर्वांचल चेहरा
बिहार चुनावों को देखते हुए इनकी दावेदारी मानी जा रही है. भाजपा पूर्वांचल मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं. प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर भी काम किया है. दिल्ली बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता भी हैं. लक्ष्मी नगर विधानसभा सीट से लगातार दो बार से विधायक हैं.
6. पंकज सिंह: बिहारी चेहरा
पंकज कुमार सिंह बिहार के बक्सर से हैं. बक्सर के डुमरांव अनुमंडल के धरौली गांव के रहने वाले हैं. उनके पिता दिवंगत बाबू राज मोहन सिंह दिल्ली में एडिशनल कमिश्नर थे. पहली बार विधायक चुने गए हैं.
7. पवन शर्मा: संगठन में काम किया
असम भाजपा के सह प्रभारी हैं. दिल्ली में भाजपा के पूर्व संगठन महासचिव रह चुके हैं. दिल्ली बीजेपी में महासचिव का पद भी संभाला है. दो बार विधायक चुने गए हैं. पहली बार साल 2013 में उत्तम नगर से जीते. इस बार पॉश बालियान (आप) को 29740 वोटों से हराकर विधायक बने.
यह भी पढ़ें...
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
