Delhi Destitute Animals: दिल्ली में स्ट्रीट डॉग्स की समस्याओं का समाधान करने के लिए निगम ने हाल ही में एक बैठक बुलाई. जिसमें दिल्ली के बेसहारा जानवरों की समस्याओं का समाधान करने के लिए सरकारी पशु अस्पतालों में कमेटियां बनाये जाने का निर्णय लिया गया है. यह कमेटियां क्षेत्र के डॉग लवर्स के साथ मिलकर उनके मुद्दों को हल करने का काम करेंगी. इससे स्ट्रीट डॉग्स के इलाज और स्टेरलिजैशन में मदद भी मिलेगी.
दिल्ली की मेयर शैली ओबरॉय ने बताया कि सीएम अरविंद केजरीवाल के विजन के तहत सामुदायिक सहभागिता से लोगों की समस्याओं को हल करेंगे. इसी के तहत एमसीडी मुख्यालय में पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों और गैर सरकारी संगठनों के साथ महत्वपूर्ण बैठक हुई है. गैर सरकारी संगठनों ने स्ट्रीट डॉग्स से जुड़ी वित्तीय और ढांचागत समस्याओं से अवगत कराया है. साथ ही स्टेरलिजैशन में मदद के लिए डॉग लवर्स की भागीदारी का सुझाव भी आए है. इसके अलावा एबीसी कार्यक्रम में सार्वजनिक भागीदारी बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया.
बढ़ रहें कुत्तों के काटने के मामले
दिल्ली में स्ट्रीट डॉग्स की समस्याएं पिछले कुछ वक्त से बहुत ज्यादा बढ़ गई है, जहां कुत्ते के काटने के केस बढ़ने के साथ-साथ कुत्ते के काटने से बच्चों की मृत्यु का मामला भी सामने आया था. जिसकी वजह से अब इसी दिशा में स्ट्रीट डॉग्स के मुद्दों को हल करने के लिए कार्यकर्ता, सहभागिता और इंफ्रास्ट्रक्चर जरुरी हैं.
निगम की तरफ से इस बात को भी कहा गया गई कि एनजीओ को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होने देंगे. लोगों की सोच बदली जाएगी कि स्ट्रीट डॉग्स का स्टेरलिजैशन करते वक्त उनको ठीक से ट्रीट नहीं किया जाता है. इसके अलावा उनको भरोसा दिलाया जाएगा कि स्ट्रीट डॉग्स को जहां से ले जाया गया है उसी स्थान पर छोड़ा जाएगा. इसके लिए व्यापक स्तर पर लोगों को जागरूक किया जाएगा.