नई दिल्ली: मंहगे पेट्रोल-डीजल को लेकर राजधानी दिल्ली में कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की केजरीवाल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. पेट्रोल-डीजल के दाम घटा कर लोगों को राहत देने की मांग को लेकर रविवार को दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल चौधरी साइकल चला कर दिल्ली के सांसदों के घर पहुंचे और ज्ञापन दिया. इस दौरान सियासत की एक अलग तस्वीर नजर आई. बीजेपी के सांसद मनोज तिवारी और आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने खुद विरोधी दल के नेता से ज्ञापन लिया. मनोज तिवारी ने खुद माना कि मंहगे पेट्रोल-डीजल से लोग परेशान हैं.
दिल्ली के बीजेपी के सात लोकसभा और आम आदमी पार्टी के तीन राज्यसभा सांसदों के सरकारी आवास पर जाकर दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने उनसे पेट्रोल-डीजल पर लगने वाला उत्पाद शुल्क (एक्साइज ड्यूटी) और वैट कम कर दाम घटाने की मांग की, ताकि आम लोगों को राहत मिल सके. चौधरी ने आरोप लगाया कि एक तरफ केंद्र सरकार ने पिछले दिनों में लगातार 22 दिन पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाए हैं, वहीं दिल्ली सरकार पेट्रोल और डिजल पर अधिकतम 30 प्रतिशत वैट वसूल रही है. हालत यह है कि दिल्ली में पेट्रोल के मुकाबले डीजल मंहगा है.
कांग्रेस का कहना है कि कोरोना महामारी की वजह से लोगों की कमाई चौपट हो गई है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत भी कम है, बावजूद इसके मंहगाई का बोझ आम आदमी के ऊपर लादा जा रहा है.
दिलचस्प बात यह रही कि दस में से दो सांसदों ने खुद ज्ञापन स्वीकार किया. बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने माना कि मंहगे पेट्रोल-डीजल से लोग परेशान हैं. हालांकि इसका ठीकरा उन्होंने केजरीवाल सरकार के 30 फीसदी वैट पर फोड़ दिया. वहीं, अपनी केंद्र सरकार के बारे में कहा कि अर्थव्यवस्था के मद्देनजर बढ़ोतरी की गई है, जिसमें समय आने पर राहत भी दी जाएगी.
वहीं, आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने का अधिकार है. उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमत को लेकर राष्ट्रीय नीति बननी चाहिए. संजय सिंह ने कहा कि कीमतों में इजाफा केंद्र सरकार कर रही है, कांग्रेस शाषित राज्यों में भी दरें बढ़ी हैं, ऐसे में दिल्ली की केजरीवाल सरकार को निशाना बनाना ठीक नहीं है.
बहरहाल पेट्रोल-डीजल की सिसायत के बीच दिल्ली में विरोधी दल को लेकर संजय सिंह और मनोज तिवारी ने जो उदारता दिखाई, उसको लेकर कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल संतुष्ट नजर आया. सांसदों के अलावा दिल्ली के सभी विधायकों को भी कांग्रेस नेताओं ने ज्ञापन सौंपा.
आपको बता दें कि बीते सोमवार को कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर देशव्यापी प्रदर्शन किया था. पिछले छह दिनों से इंधन की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं हुई है.
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