नयी दिल्ली: दिल्‍ली के मुखर्जी नगर में रविवार शाम को जमकर बवाल हुआ. दरअसल मुखर्जी नगर इलाके में एक पुलिस वाहन को टेंपो चालक ने टक्कर मार दी. इसके बाद पुलिस वालों ने दो लोगों को कथित रूप से मारा. इस घटना के बाद तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.


पुलिस उपायुक्त (उत्तर पश्चिमी दिल्ली) विजयंता आर्य ने सहायक उपनिरीक्षक संजय मलिक और कांस्टेबल देवेंद्र और पुष्पेंद्र को निलंबित कर दिया है. इन तीनों पुलिसवालों पर आरोप है कि इन्होंने सिख समुदाय से ताल्लुक रखने वाले ड्राइवर और उसके बेटे को उनके ऑटो से खींच लिया और "बिना किसी कारण के" के उनकी पिटाई कर दी. हालांकि, पुलिस ने इस घटना के लिए ऑटो चालक को दोषी ठहराया है और कहा है कि उसने एक पुलिस अधिकारी पर तलवार से हमला कर दिया था.


पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोनों के वाहन में टक्कर होने के बाद टैंपो चालक ने पुलिस अधिकारी पर हमला कर दिया. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक एक ग्रामीण सेवा टैंपो और एक पुलिस वाहन के बीच शाम में टक्कर हो गयी. इसके बाद दोनों के बीच बहस हो गई और बाद में टैंपो चालक हिंसक हो गया. अधिकारी ने बताया कि टैंपो चालक ने धारदार हथियार से हमला कर दिया.


इस घटना के बाद ड्राइवर के समर्थन में मुखर्जी नगर और जीटी रिंग रोड में विरोध प्रदर्शन किया गया.दिल्ली के पूर्व गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मंजीत सिंह इस घटना को 1984 के सिख दंगों के साथ तुलना की और ऐसा करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा, "पुलिसकर्मियों ने ऑटो चालक को पिस्तौल दिखाकर रोका और उसके बाद में वाहन से बाहर खींच लिया और बेरहमी से पिटाई की."


अरविंद केंजरीवाल का निशाना





दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, '' मुखर्जी नगर में दिल्ली पुलिस की बर्बरता बहुत निंदनीय और अनुचित है. मैं पूरी घटना की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करता हूं. ''


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