Delhi Crime News: दिल्ली के नंद नगरी थाना क्षेत्र के सुंदर नगरी इलाके में एक बार फिर से इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. जहां शोएब नामक एक युवक ने कासिम नाम के युवक पर चापड़ से ताबड़तोड़ वार किए. कासिम की मां उसे बचाने के लिए सड़क पर जोर-जोर से चिल्लाती रही, लेकिन मदद के लिए कोई नहीं पहुंचा. घटना गुरुवार (8 जून) देर रात की है.


उस समय आसपास कम ही लोग मौजूद थे, लेकिन इसके बावजूद वे चंद लोग भी कासिम को बचाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए. हां, इतना जरूर हुआ कि कुछ लोगों ने अपने घर की छत से इस पूरी वारदात को मोबाइल में रिकॉर्ड जरूर किया. घायल कासिम को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पर उसका इलाज चल रहा है. पुलिस ने आरोपी शोएब को गिरफ्तार कर लिया है. जांच में पता चला है कि शोएब और कासिम के बीच कुछ समय पहले झगड़ा हुआ था. मारपीट भी हुई थी. उसी का बदला लेने के लिए शोएब ने गुरुवार रात को मौका पाकर कासिम पर हमला बोल दिया.


क्या है मामला?


नॉर्थ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट की एडिशनल डीसीपी संध्या स्वामी ने बताया कि गुरुवार देर रात को हमें पीसीआर कॉल मिली कि मेरे भाई को चाकू से मारा है. पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि घायल को जीटीबी अस्पताल ले जाया गया है. घायल की पहचान कासिम (22 साल) के रूप में कई गई. कासिम के परिजनों ने पुलिस को बताया कि शोएब नाम के एक युवक ने कासिम पर चापड़ से वार किया है. 


कासिम के पैरों की नस कटी है और उसके हाथ पर भी वार किए गए हैं. पुलिस ने शोएब उर्फ बाबू को गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में आईपीसी की धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया गया है. अभी तक की जांच में पता चला है कि शोएब और कासिम के बीच कुछ समय पहले किसी बात पर झगड़ा हुआ था. उसी बात का बदला लेने के लिए शोएब ने कासिम पर हमला किया. 


कबतक लोग जुल्म को मूकदर्शक बने देखते रहेंगे?


सुंदर नगरी इलाके में हुई चाकूबाजी की घटना ने एक बार फिर से दिल्ली में रहने वाले लोगों के ऊपर ये सवाल खड़ा किया है कि आखिर क्यों वो किसी पर जुल्म होता हुआ मूकदर्शक बने देखते रहते हैं? ऐसा क्यों होता है कि जब कोई किसी पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर रहा होता है तो आसपास मौजूद लोग सिर्फ दर्शक बनने के अलावा पीड़ित की मदद के लिए आगे नहीं बढ़ते हैं? सुंदर नगरी में कासिम पर हुए हमले के बाद जब इलाके के लोगों से बातचीत की गई तो आफताब नाम के एक व्यक्ति ने बताया कि वो कासिम के घर नजदीक की दुकान चलाते हैं. 


आफताब ने बताया कि रात को वो अपनी दुकान बंद कर रहे थे. कासिम उसी समय नजदीकी चौराहे पर जा रहा था. कासिम ने आफताब से दुआ सलाम भी की थी, जैसे ही कासिम चौराहे पर पहुंचा वहां पर पहले से मौजूद लड़का कासिम के साथ लड़ाई करने लगा. आफताब का कहना है कि शुरुआत में उन्हें लगा कि शायद दोनों आपस में मजाक कर रहे हैं, लेकिन देखते ही देखते समझ में आ गया की ये मजाक नहीं बल्कि वास्तव में लड़ाई है, क्योंकि शोएब नाम के लड़के ने कासिम पर चापड़ से हमला बोल दिया था. 


'चापड़ देख आगे बढ़ने की नहीं हुई हिम्मत'


आफताब का कहना है कि वो हिम्मत जुटाकर कासिम को बचाने के लिए आगे बढ़े, लेकिन जैसे ही शोएब ने उन्हें चापड़ दिखाते हुए गालियां देना शुरू किया तो उनकी हिम्मत टूट गई और वो वापस लौट आए. उन्होंने कासिम के घर में जाकर इसकी सूचना दी. जिसके बाद कासिम की मां बाहर निकली और अपने बेटे को बचाने के लिए वहां पहुंची. रात का समय था आसपास लोग कम थे, लेकिन जो लोग थे वो भी बीच-बचाव कराने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे.


आफताब के अलावा आस-पड़ोस के जो घर है, वहां मौजूद लोगों से भी बात की गई को किसी ने घटना के बारे में जानकारी देने से मना कर दिया तो किसी ने कहा कि वो देर रात काम से लौटे थे और किसी का कहना था कि जिस समय लड़ाई झगड़ा हो रहा था, हम लोग घर के अंदर थे. हमने कुछ नहीं देखा.


दिल्ली पुलिस की अपील


वहीं, दिल्ली पुलिस के नॉर्थ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट की एडिशनल डीसीपी संध्या स्वामी ने लोगों से अपील की है कि अगर ऐसी कोई घटना होती है तो लोग समूह में मदद के लिए आगे बढ़ें. ऐसी किसी को अकेला न छोड़ें.


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