नई दिल्ली: एक ही दिन में राजधानी दिल्ली में चार कत्ल की वारदातें सामने आने के बाद से दहशत का माहौल है. पहला मामला दिल्ली के पश्चिम विहार इलाके का है, जहां पर एक मामूली सी रोड रेज की वारदात के बाद दो लड़कों को चाकू घोप कर मौत के घाट उतार दिया गया. जानकारी के मुताबिक नांगलोई में रहने वाले रोहित और घनश्याम सोमवार को एक शादी में गए थे. पुलिस के मुताबिक जब वो वापस लौट रहे थे, तब उनकी स्कूटी एक बाइक से टकरा गई. बाइक पर दो लोग सवार थे. इसके बाद बाइक सवार लड़को ने दोनों का पीछा करना शुरू किया और पश्चिम विहार इलाके की एक गली में दोनों को रोक लिया.
पहले चारों लड़कों में झगड़ा हुआ उसके बाद बाइक सवार लड़कों ने रोहित और घनश्याम पर चाकू से ताबड़तोड़ वार करना शुरू कर दिया. एक के बाद एक कई वार किए. करीब 1 दर्जन से ज्यादा वार किए गए. ये पूरी वारदात पास लगे सीसीटीवी में भी कैद हो गई. हमला करने के बाद बाइक सवार लड़के फरार हो गए. मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. पुलिस तुरंत मौका ए वारदात पर पहुंची और दोनों घायल लड़कों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया.
पुलिस ने इलाके की तमाम सीसीटीवी फुटेज निकाली और आरोपियों की तलाश में जुट गई. कुछ ही घंटों में पुलिस ने दोनों को पकड़ भी लिया. जब उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि डबल मर्डर की इस वारदात को उन्होंने रोड रेज के चलते अंजाम दिया था. हालांकि पुलिस की इस थ्योरी पर परिवार यकीन करने के लिए तैयार नहीं है.
परिवार के मुताबिक रोहित परिवार में इकलौता लड़का था. वो सिविल डिफेंस में तो था ही साथ ही साथ अपने पिता के साथ उनकी दुकान में साथ बैठता था. रोहित की बहन की शादी अप्रैल में होने वाली थी. घनश्याम भी यहीं पर रोहित की दुकान के पास एक डेयरी में काम करता था और वो बिहार का रहने वाला था.
हालांकि पुलिस इस मामले को रोड रेज का मामला बता रही है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिरकार जिनको पुलिस ने गिरफ्तार किया वो चाकू क्यों साथ लेकर घूम रहे थे. क्या वो शातिर अपराधी थे? क्या पुलिस इस मामले में कुछ छिपा रही है? क्या दोनों अपराधी पहले से रोहित और घनश्याम को जानते थे? क्या इस दोहरे हत्याकांड के पीछे कोई और वजह थी? ये वो तमाम सवाल है, जिनका जवाब तभी मिलेगा जब पुलिस गंभीरता से इस मामले की जांच करेगी.
आदर्श नगर इलाके में हुए दो क़त्ल
दिल्ली पुलिस इस मामले को सुलझाने में लगी थी कि क़त्ल की एक और वारदात दिल्ली के आदर्श नगर इलाके में हो गई. पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट अनिल अग्रवाल को बदमाशों ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया. सुबह करीब 10 बजे का वक्त था, जब अनिल अग्रवाल महात्मा गांधी रोड पर अपने अंडर कंस्ट्रक्शन मकान को देखने के लिए पहुंचे. तभी स्कूटी पर सवार एक व्यक्ति वहां पहुंचा और उनको गोली मारकर वहां से फरार हो गया. मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. पुलिस ने अनिल अग्रवाल को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इलाके की तमाम सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू किया गया है, लेकिन अभी तक यह साफ नहीं है कि आखिरकार अनिल अग्रवाल की हत्या के पीछे का मकसद क्या था. पुलिस हत्यारों की तलाश में जुटी है.
दरअसल पिछले 24 घंटे में आदर्श नगर इलाके में कत्ल की ये दूसरी वारदात थी. सोमवार शाम भी आदर्श नगर इलाके में सुरेश उर्फ बनवारी नाम के एक शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वारदात को उस समय अंजाम दिया गया था जब सुरेश पार्क में मौजूद था. मामले की जानकारी पुलिस को मिली. पुलिस तुरंत मौका ए वारदात पर पहुंची और छानबीन में जुट गई तमाम सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के बाद आखिरकार पुलिस ने सुरेश के कातिल को गिरफ्तार कर लिया और जब उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि पुरानी दुश्मनी की वजह से उसने सुरेश उर्फ बनवारी की अपने एक साथी के साथ मिलकर हत्या की थी. पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए शख्स का नाम रजनीश है. अब पुलिस उसके दूसरे साथी की तलाश में जुटी है.