Delhi Police: साउथ दिल्ली पुलिस की स्पेशल स्टाफ की टीम ने हाईटेक लग्जरी गाड़ियां चुराने वाले इंटर स्टेट गैंग का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस गैंग के पास से चोरी की गई 21 लग्जरी गाड़ियां बरामद की है और चार ऑटो लिफ्टर्स को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक गैंग का सरगना शारिक हुसैन उर्फ सट्टा है जो दुबई से गैंग को ऑपरेट कर रहा था. ये गैंग मणिपुर, मेरठ और इंदौर में सक्रिय था. पुलिस ने कार चोरी के आरोप में आबिद, जॉनसन, आसिफ और सलमान गिरफ्तार किया है.


गाड़ियों की बरामदगी के बाद लाजपत नगर का रहने वाला एक बच्चा बार बार पुलिस को थैंक यू कह रहा है इसकी वजह ये है कि बच्चे के पापा और उसकी फेवरेट क्रेटा कार चोरी हो गई थी उसके बाद ये बच्चा सदमे में था. अब जब दिल्ली पुलिस ने कार को बरामद किया तो बच्चे खुशी का ठिकाना ही नहीं है ये ही वजह है कि बच्चा बार बार पुलिस को थैंक यू कह रहा है. 


बढ़ गई थीं लग्जरी कार चोरी होने की वारदातें


दरअसल साउथवेस्ट जिले में लग्जरी कार चोरी होने की वारदातें बहुत ज्यादा बढ़ गई थी एक के बाद एक कई लग्जरी गाड़ियां साउथवेस्ट जिले से चोरी हो रही थी 3 अक्टूबर को मोहम्मद इकलाख नाम के एक शख्स ने शिकायत दी कि उसने अपनी फॉर्च्यूनर कार, सफदरजंग एनक्लेव मैं पार्किंग में खड़ी की थी और वह कार चोरी हो गई. 


ये सिर्फ एक ही मामला नहीं था बल्कि कार चोरी के ऐसे मामले लगातार पुलिस को मिल रहे थे. मामले की गंभीरता को देखते हुए आला अधिकारियों ने इस मामले की जांच साउथवेस्ट जिले के स्पेशल स्टाफ को दी क्योंकि गाड़ियां चोरी होने का पैटर्न एक जैसा ही था. 


मामले की जांच साउथ वेस्ट जिले के स्पेशल स्टाफ के हाथ में आ गई जिम्मेदारी मिली इंस्पेक्टर राकेश शर्मा को सबसे पहले टेक्निकल सर्विलेंस के जरिए पुलिस की टीम ने आबिद नाम के एक शख्स को उत्तम नगर से गिरफ्तार किया. आबिद अमरोहा का रहने वाला था. पूछताछ में आबिद ने बताया कि वो इस गैंग का एक्टिव मेंबर है और एक करियर के तरह इस गैंग में  काम करता है. पुलिस के मुताबिक आबिद पर 15 मामले दर्ज है. 


पूछताछ में हुआ सनसनीखेज खुलासा


पूछताछ में आबिद ने खुलासा किया कि 3 अक्टूबर को चुराई गई फॉर्च्यूनर कार इसने आमिर सफर और सिकंदर नाम के लड़कों से कश्मीरी गेट पर रिसीव की थी और उस गाड़ी को मणिपुर में जॉनसन नाम के शख्स को दे दिया था. पूछताछ में आबिद ने यह भी बताया कि यह सब उसने दुबई में बैठे अपने सरगना के कहने पर किया था. दरअसल दुबई में बैठा शारिक हुसैन उर्फ सट्टा भारत में कई ऑटो लिफ्टर गैंग चलाता है उसी के इशारे पर गाड़ियां चोरी होती हैं फिर आगे बेच दी जाती है कौन सी गाड़ी चोरी होनी है और उसे कहां पर पहुंचाना है ये सब शारिक हुसैन उर्फ सट्टा ही तय करता है.


आबिद से लगातार पूछताछ जारी थी पूछताछ में आबिद कई सनसनीखेज खुलासे कर रहा था इस ने यह भी बताया कि सिर्फ यह एक गैंग एक्टिव नहीं है बल्कि ऐसे कई गैंग एक्टिव है जो दुबई में बैठे सरगना के इशारे पर चल रहे हैं आबिद ने मेरठ के एक गैंग के बारे में बताया और इंदौर के गैंग के बारे में भी जानकारी दी. अपने ऑपरेशन को आगे बढ़ाते हुए पुलिस की टीम मणिपुर, मेरठ और इंदौर पहुंची.


मणिपुर की टीम ने टेक्निकल सर्विलांस के जरिए और लोकल इनपुट के जरिए जॉनसन नाम के उस शख्स का पता लगाया जो गाड़ी को मणिपुर में रिसीव करता था और आखिरकार जॉनसन पुलिस के हत्थे चढ़ गया पुलिस ने जॉनसन की निशानदेही पर मणिपुर से 14 लग्जरी गाड़ियां बरामद की. जिसमें 10 फॉर्च्यूनर कार, तीन क्रेटा और एक बलेनो कार शामिल थी. ये सभी गाड़ियां दिल्ली एनसीआर से चुराई गई थी. 


गिरफ्तार जॉनसन ने बताया कि मणिपुर में दो मॉड्यूल काम करते है जिंसमे एक ये और एक विद्या सुंदर है ये दोनों मणिपुर से गैंग चलाते है और चोरी की गाड़ियों को खरीदते और बेचते है. जॉनसन ने पूछताछ में बताया कि ये लोग ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी में सेटिंग कर चोरी की गाड़ियों का नया रजिस्ट्रेशन कराकर आगे बेचते थे खरीदार जो भी सोशल मीडिया के माध्यम से जुड़ते थे उन्हें नही पता होता था ये चोरी की गाड़ियां है.


चोरी की गाड़ियों को भेजा जाता है इंदौर


मेरठ की टीम ने मेरठ में आसिफ को अरेस्ट किया आसिफ का मेरठ में एक गैराज भी है. आसिफ ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह चोरी की गाड़ियों को इंदौर में सलमान नाम के एक शख्स को भेजता है पुलिस की टीम ने इंदौर में रेड कर सलमान को भी गिरफ्तार कर लिया और उसकी निशानदेही पर 7 लग्जरी गाड़ियों को भी बरामद किया. पुलिस के मुताबिक सलमान इंदौर में एक गैराज चलाता है जो टोटल लॉस गाड़ी को खरीदता था और उसका इंजन नम्बर चेसिस नंबर चुराई हुई नई गाड़ियों में फीट करके उन्हें अलग गाड़ी बना कर आगे बेच दिया करता था.


साउथ वेस्ट के स्पेशल स्टाफ ने करीब 3 महीने की मेहनत के बाद एक बड़े ऑटो लिफ्टर गैंग का पर्दाफाश किया है. इस पूरी टीम ने 200 किलोमीटर से ज्यादा इन गाड़ियों को खुद मणिपुर के पहाड़ों इलाकों से ड्राइव किया और फिर दिल्ली के लिए रोड ट्रांसपोर्ट के जरिए डिस्पैच करवाया. 


पुलिस के मुताबिक ये गैंग इंश्योरेंस कंपनी, ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी से सेटिंग करके स्क्रैप की गाड़ियों के चेसिस और इंजन नम्बर चोरी की गाड़ियों में बदलकर मासूम लोगो को बेहदन कम दाम बेचते थे जैसे फॉर्च्यूनर को 3.5 लाख, क्रेटा 2.5 लाख, बलेनो 1.5 लाख. खरीदने वाले शख्स को यह नहीं पता होता था कि यह सभी गाड़ियां चोरी की है. पुलिस को इन सभी के फोन से
चेसिस नम्बर , इंजन नम्बर जैसे कई सबूत मिले है.


जांच में ये भी सामने आया है कि इस गैंग का सरगना शारिक हुसैन उर्फ सट्टा जो दुबई में मौजूद है वो पिछले काफी सालों से गाड़ी चोरी के धंधे में एक्टिव है एक बार उसे स्पेशल सेल ने भी गिरफ्तार किया था लेकिन साल 2018 में बेल पर बाहर आने के बाद वह दुबई चला गया और वहीं से अपना गैंग चलाने लगा.


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