Delhi Crime: मर्चेंट नेवी में काम करने वाले शख्स के अपहरण के मामले को पुलिस ने सुलझाया, टॉय गन के साथ 4 गिरफ्तार
Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस ने एक अपहरण केस को टेक्नोलॉजी सर्विलांस के आधार पर सुलझाते हुए 4 अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया है.
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Delhi Kidnapping Case: रोहिणी जिला पुलिस ने मर्चेंट नेवी में काम कर रहे एक शख्स की किडनैपिंग के मामले को सुलझाते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से एक टॉय गन, फिरौती की रकम समेत किडनैपिंग में इस्तेमाल की गई स्विफ्ट कार को भी बरामद कर लिया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान त्रिलोक सिंह, गुरसिमरन, अभिषेक और अक्षय के रूप में हुई है.
दरअसल, अमित नाम के शख्स ने पुलिस स्टेशन अमन विहार में शिकायत की थी कि उनके साले जिनका नाम मंजीत है जो मर्चेंट नेवी में काम करते हैं उनका अपहरण कर लिया गया है. इतना ही नहीं अमित ने ये भी बताया कि किडनैपर्स मंजीत को छोड़ने की एवज में 12 लाख रुपए की मांग कर रहे हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी रोहिणी ने तुरंत एक टीम बनाई मामला दर्ज किया गया और टीम को मंजीत की तलाश में लगा दिया गया.
3 लाख रुपए कैश किडनैपर्स को दिए गए
शिकायतकर्ता अमित ने ये भी बताया कि डेढ़ लाख रुपए की डिजिटल पेमेंट और साढ़े 3 लाख रुपए कैश किडनैपर्स को दिया जा चुका है. इसके बाद पुलिस ने तमाम सीसीटीवी फुटेज को खंगालाना शुरू किया. मंजीत के फोन की कॉल डिटेल को निकाला गया क्योंकि किडनैपर्स मंजीत के फोन से ही व्हाट्सएप कॉल कर रहे थे.
सर्विलांस से अपहरणकर्ता गिरफ्तार
टेक्नोलॉजी सर्विलांस के आधार पर पुलिस ने 4 अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर किडनैप हुए मंजीत को छुड़ा लिया. पुलिस ने इनके पास से एक टॉय गन, वो कर जिसमें मंजीत को किडनैप किया गया था, साढ़े 3 लाख कैश और डेढ़ लाख की डिजिटल रकम बरामद कर ली.
एक दूसरे को जानते हैं आरोपी
पूछताछ में चारों आरोपियों ने बताया कि वो सभी एक दूसरे को जानते हैं. आरोपी अभिषेक और अक्षय बचपन के दोस्त हैं और एक ही गांव के रहने वाले हैं. आरोपी गुरसिमरन और त्रिलोक चंद पंजाब के रहने वाले हैं. अभिषेक अपने एक रिश्तेदार करमबीर को न्यूजीलैंड भेजना चाहता था इसलिए उसने गुरसिमरन से संपर्क किया. क्योंकि गुरसिमरन अभिषेक को पहले भी थाईलैंड और मलेशिया भेज चुका था. गुरसिमरन ने फेसबुक पर पीड़ित मंजीत से बात की और अभिषेक के रिश्तेदार को न्यूजीलैंड भेजने के लिए उससे मदद मांगी.
विदेश भेजने के लिए 7 लाख रुपए लिए
पुलिस जांच के दौरान पता चला कि मंजीत ने विदेश भेजने के लिए दस्तावेजों के लिए 7 लाख रुपए भी लिए. लेकिन 23 जून को कागजातों में कुछ कमी होने के कारण अभिषेक का रिश्तेदार करमबीर विदेश नहीं जा पाया. बस इसी बात से खफा होकर आरोपियों ने मंजीत को दिल्ली के महिपालपुर के एक होटल में बुलाया और मंजीत पर अपने पैसे लौटाने का दबाव बनाने लगे इतना ही नहीं आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की.
मंजीत ने साढ़े 3 लाख रुपए तो आरोपियों को दे दिए लेकिन बाकी की रकम के लिए मंजीत ने समय मांगा, लेकिन आरोपी नहीं माने और मंजीत को किडनैप कर अपने साथ ले गए और उसी के फोन से उसको भाई को कॉल कर के फिरौती की मांग करने लगे.
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