Delhi Crime: 'कुत्ते होंगे घर के बाहर...चला देना गोलियां', फिर आरोपियों ने जो किया, पढ़कर पकड़ लेंगे माथा
Delhi Crime: पुलिस ने सूचना के आधार पर 5 आरोपियों अब्दुल्ला, यासीन, जुबैर, जोएब और जमीर उर्फ इस्तकार को गिरफ्तार कर लिया. वहीं मिस्बाह और फरदीन की तलाश कर रही है.
Delhi Crime: दिल्ली से एक अजीबोगरीब का मामला सामने आया है. यहां कुख्यात छेनू गैंग के बदमाशों ने जेल में वार्डन की सख्ती के चलते उसे डराने की एक साजिश रची. साजिश के तहत जैसे ही छेनू गैंग के 2 बदमाश जेल से बाहर आए तो उन्होंने अपने 3 अन्य साथियों के साथ मिलकर वार्डन के घर का पता खोजा. इसके बाद फिर अपने एक मुखबिर की मदद से वार्डन के घर की पहचान करवाई, लेकिन मुखबिर की सूचना थोड़ी सी अधूरी रह गयी, जिसकी वजह से बदमाशों ने वार्डन के पड़ोसी के घर पर फायरिंग कर दी.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक इसमें किसी को गोली नहीं लगी. हालांकि पुलिस ने पांच बदमाशों को गिरफ्तार और 2 की तलाश जारी है. इसके अलावा आरोपियों के पास से 2 पिस्तौल व देसी कट्टा बरामद किया है.
क्या है मामला?
दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी जॉय टिर्की ने बताया कि शनिवार रात 1 बजकर 10 मिनट पुलिस को सूचना मिली कि वेलकम थाना क्षेत्र के कबीर नगर इलाके में एक घर कर बाहर कुछ बदमाशों ने फायरिंग की है. सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई. कॉलर आसिफ ने पुलिस को बताया कि एक घर के बाहर दो बाइक पर पांच बदमाश सवार होकर आए और उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग की है. हालांकि हादसे में किसी को गोली नहीं लगी है.
पुलिस को मौके पर चार खाली कारतूस, दो जिंदा कारतूस मिले हैं. पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों को पकड़ने के लिए स्थानीय पुलिस के अलावा स्पेशल स्टाफ को भी जांच में शामिल किया. जिसके बाद घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच गई, जिसमें लाल रंग की बाइक दिखाई दी जिस पर बाइक पर नंबर प्लेट नहीं थी. पुलिस ने तुरंत बाइक की पहचान करने के लिए इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की शुरू की. पुलिस ने सूचना के आधार पर 5 आरोपियों अब्दुल्ला, यासीन, जुबैर, जोएब और जमीर उर्फ इस्तकार को गिरफ्तार कर लिया. वहीं मिस्बाह और फरदीन की तलाश कर रही है.
इसलिए चलाई थी गोलियां
जानकारी के मुताबिक पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ के दौरान पता चला कि वार्डन स्वराज सिंह की जेल में सख्ती के चलते आरोपी उसे सबक सिखाना चाहते थे, जिसकी वजह से उन्होंने साजिश रची थी. जेल से बाहर निकलने के बाद सभी ने साजिश को अंजाम देने के लिए एक पिस्तौल व देसी कट्टे की व्यवस्था की और 8 अप्रैल की रात वार्डन के घर पहुंच गए. इनके मुखबिर ने बताया वार्डन के घर की पहचान बताते हुए कहा कि उसके घर के बाहर 2 कुत्ते बैठे हैं. उन्होंने उस घर पर फायरिंग कर दी, जिसके आगे 2 कुत्ते बैठे थे. गोलियां चला कर बदमाश फरार हो गए, लेकिन बाद में पता चला कि जिस घर के बाहर गोलियां चलाई गई थी वो वार्डन का नहीं बल्कि वार्डन के पड़ोसी आसिफ का था.
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