नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के रोहिणी जिला के बुध विहार थाना इलाके के रिठाला गांव में एक महिला ने अपनी गोद भरने के चक्कर में एक मां की गोद को सूना कर दिया. दरअसल तांत्रिक क्रिया के चक्कर में आकर महिला ने 3 साल के एक बच्चे की बली दे डाली और उसके शव को बोरे में बंद करके पड़ोस की छत पर फेंक दिया. इस हत्या का खुलासा उस समय हुआ, जब पीड़ित परिवार ने बच्चे को तलाशना शुरू किया और मामले की जानकारी दिल्ली पुलिस को दी. दिल्ली पुलिस ने बच्चे की तलाश शुरू की और जिस इमारत में बच्चे का परिवार किराए के कमरे में रहता है, उसके लगभग 86 कमरों में बच्चे की तलाश की गई. जब पुलिस छत पर गई तो पड़ोस वाली छत पर एक बोरा संदिग्ध हालत में नजर आया. जिसके बाद पुलिस ने उस बोरे को चेक किया तो उसमें बच्चे का शव पड़ा हुआ था. पुलिस ने इस इमारत में ही रहने वाली एक महिला से पूछताछ की, जिसके बाद उस महिला ने बच्चे की हत्या करने की बात को स्वीकार किया. महिला ने बताया कि उसने एक तांत्रिक के कहने पर बच्चे की बली दी.
क्या है मामला
डीसीपी रोहिणी प्रणव तायल ने बताया कि 20 मार्च को रिठाला गांव से एक बच्चे की गुमशुदगी की सूचना पुलिस को मिली थी. जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे के परिजनों से बात की. परिजनों ने बताया कि बच्चा सुबह लगभग 10 बजे से लापता है. जिस इमारत में बच्चे के परिजन रहते हैं, उस इमारत में कई लोग बतौर किराएदार रह रहे हैं, जो अलग-अलग फ्लोर पर रहते हैं. पुलिस ने सबसे पहले उसी इमारत में बच्चे की तलाश शुरू की. हर कमरे को गहनता से खंगाला गया, लेकिन बच्चा कहीं नहीं मिला. फिर पुलिस छत पर पहुंची और वहां रखी पानी की टंकियों में भी बच्चे की तलाश की गई. उनमें भी बच्चा नहीं था. जिसके बाद पुलिस ने जब पड़ोस में स्थित एक फैक्ट्री की छत में झांक कर देखा तो वहां पर एक बोरा संदिग्ध अवस्था में पड़ा हुआ था. तुरंत पुलिस को कुछ शक हुआ और उस बोरे की तलाशी ली गई. जिसमें बच्चे का शव पड़ा हुआ था. बच्चे के गले पर चोट के निशान थे, जिससे प्रतीत हो रहा था कि उसकी हत्या गला दबाकर की गई है. पुलिस ने पीड़ित परिवार से पूछताछ की तो उन्होंने इसी इमारत में रहने वाली एक महिला पर शक जताया. महिला से शुरुआती तौर पर जब पूछताछ की गई तो उसने इस बात से इनकार किया कि उसे बच्चे की हत्या के बारे में कोई जानकारी है या नहीं. सख्ती से पूछताछ करने पर महिला ने बच्चे की हत्या करने की बात स्वीकार की.
महिला बच्चे की जानकारी की बात पर बरगलाती रही
बच्चे के पिता का कहना है कि वह आरोपी महिला के पति को लगभग 2 साल से जानता है. महिला का पति भी इसी इमारत में बतौर किराएदार रहता है. लॉकडाउन में उसका काम धंधा बंद हो गया था, जिसके बाद बच्चे के पिता ने उसकी मदद की और उसे दूसरा काम शुरू करवाया. लगभग 2 महीने पहले महिला गांव से दिल्ली अपने पति के पास रहने के लिए आई थी. बच्चा उसके पास कभी-कभी खेलने चला जाता था. कल जब बच्चा गायब हुआ और उसकी तलाश शुरू की गई. तो बच्चे का पिता अपने बच्चे को ढूंढते हुए महिला के कमरे पर भी गया था. महिला से बच्चे के बारे में पूछा भी था, लेकिन महिला ने कोई भी जानकारी होने से मना कर दिया. बाद में जब पुलिस को इसकी जानकारी दी गई और पुलिस ने इमारत के सभी 86-87 कमरों की तलाशी ली तो फिर बच्चे की हत्या का खुलासा हुआ.
तांत्रिक के चलते की बच्चे की हत्या
पुलिस के अनुसार आरोपी महिला का नाम नीलम गुप्ता है, जो हरदोई उत्तर प्रदेश के रहने वाली है. उसने पूछताछ में खुलासा किया कि उसकी शादी 2013 में हुई थी, लेकिन शादी के कई साल बाद भी उसे कोई औलाद नहीं हुई. जिसकी वजह से वह काफी परेशान थी. उसके ससुराल वाले लगातार उसे ताना देते थे. समाज में भी उसे ताना मारा जाता था. जिसकी वजह से वह डिप्रेशन का शिकार हो चुकी थी. पुलिस का दावा है कि महिला ने पूछताछ में यह खुलासा किया है कि लगभग 3 - 4 साल पहले एक तांत्रिक से मिली थी, जिसने ऐसे कहा था कि अगर वह किसी बच्चे की बलि देगी तो उसे औलाद का सुख प्राप्त होगा. शनिवार की सुबह महिला ने अपनी इमारत में रहने वाले 3 साल के बच्चे को अकेला पाया और उसे बहला-फुसलाकर अपने कमरे में ले गई. जहां पर उसने बच्चे की हत्या की और फिर उस बच्चे के शव को कमरे में छुपा दिया. जब बच्चे के परिजन उसकी तलाश करने लगे तो महिला ने बच्चे के शव को एक बोरे में बंद करने के बाद पड़ोस वाली छत पर फेंक दिया.
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