नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक बयान ने हिंदू धर्म के लिए एक अलग ही रास्ता खोल दिया है. राजस्थान में विधानसभा चुनावी की एक रैली के दौरान चुनावी समर के बुख़ार में उन्होंने बोल दिया कि हनुमान जी दलित थे. उनके इस बयान ने सवर्णों से लेकर जाति व्यवस्था की अन्य सभी जातियों के बीच तमाम विवादों को जन्म दे दिया है. ताज़ा मामले में दलित समाज के लोग दिल्ली के बेहद पॉश इलाके कनॉट प्लेस पहुंच गए और 'जब हनुमान हमारे हैं, मंदिर क्यों तुम्हारे हैं' जैसे नारे लगाने लगे.
योगी के बयान के बाद दलित समाज के लोगों ने ऐसी ही एक घटना में सबसे पहले आगरा के एक हनुमान मंदिर को अपने कब्ज़े में कर लिया था. कनॉट प्लेस की ताज़ा घटना में 'एक ही नारा दो ही नाम, जय भीम जय हनुमान' और 'जब हनुमान हमारे हैं, मंदिर क्यों तुम्हारे हैं' जैसे नारे लगे. मंदिर के बाहर दलित समाज के लोग ज़मीन पर बैठ गए. वहीं, पूजा करने आई महिलाओं ने आरोप लगाया कि उन्हें मंदिर के अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है.
बाद में दलित समाज के लोगों ने मंदिर के अंदर भी नारेबाजी की. इसमें शामिल एक शख्स ने कहा योगी ने हनुमान जी को दलित कहा है. उन्होंने कहा, "हम दिखाने आये हैं कि हनुमान हमारे हैं. हम भी देखरेख करेंगे. हमें भी मंदिर में मुख्य पुजारी बनाया जाए. ब्राह्मणों ने मंदिरों पर कब्ज़ा किया है."
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