कोरोना मरीजों फुल दिल्ली के कोविड-19 अस्पतालों में ऑक्सीजन को लेकर इस कदर संकट बढ़ गया है कि यहां के 6 अस्पतालों में यह पूरी तरह से खत्म हो चुकी है. दिल्ली सरकार ने इसको लेकर लिस्ट जारी करते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से फौरन मदद की मांग की है. उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अस्पतालों के नाम बताते हुए बताया कि दिल्ली के राठी हॉस्पीटल, संतोम हॉस्पीटल, सरोज सुपर स्पेशलिटी हॉस्पीटल, शांति मुकुंद हॉस्पीटल, तीरथ राम शाह हॉस्पीटल और यूके नर्सिंग हस्पीटल में ऑक्सीजन पूरी तरह से खत्म हो चुकी है.


जंगलराज पैदा कर रही कुछ राज्य सरकारें


सिसोदिया ने पत्र में कहा- दिल्ली के कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के कारण उत्पन्न स्थिति की ओर आपका ध्यान दिलाना चाहता हूं. दिल्ली में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं और इसी कारण कोविड अस्पतालों में ऑक्सजीन की मांग भी तेजी से बढ़ी है. केन्द्र सरकार ने ऑक्सीजन का कोटा बढ़ा दिया है लेकिन दुख के साथ यह कहना पड़ा रहा है कि ऑक्सीजन को लेकर कुछ राज्य सरकारें जंगलराज की स्थिति पैदा कर रही है.


हरियाणा ने प्लांट पर पुलिस बिठाकर रोकी सप्लाई


उन्होंने आगे कहा- मैंने खुद केन्द्रीय सरकार द्वारा दिल्ली के निर्धारित ऑक्सीजन वितरकों से फोन पर बात की. एयर लिक्विड के अधिकारी ने बताया कि कल उनके पानीपत स्थित प्लांट में हरियाणा के प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने पूरे दिन बैठे रहे और दिल्ली की आपूर्ति पूरी तरह रोके रखा. वहां से किसी तरह दिल्ली के लिए आवंटित 140 मि.टन की जगह सिर्फ 84 मी. टन ही दिल्ली के अस्पतालों में पहुंच पाई. आज भी वहां पर पुलिस की तैनाती है.






राजधानी में कैसे हो मरीजों का इलाज


दिल्ली के डिप्टी सीएम ने पत्र में आगे कहा- दो दिन पहले यूपी के मोदी नगर स्थित INOX प्लांट पर भी पुलिस ने इसी तरह का कब्जा कर या था और यहां से दिल्ली के लिए ऑक्सीजन निकलने में दिक्कत हुई. आज भी INOX दिल्ली के काफी अस्पतालों को निर्धारित ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं दे पाया. जिसकी वजह से दिल्ली के कई अस्पतालों में या तो ऑक्सीजन खत्म हो चुकी है या फिर खत्म होने के कगार पर है. ऐसे में कैसे मरीजों का इलाज है, कुछ समझ नहीं आ रहा है.


केन्द्र सरकार करे दिल्ली की मदद


उन्होंने आगे कहा- आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि दिल्ली के अस्पताल और मरीज किसी हालात से गुजर रहे हैं. मेरा आपने निवेदन है कि केन्द्र सराकर दिल्ली के अस्पतालों में भर्ती मरीजों की जान बचाने के लिए केन्द्र सरकार दिल्ली को आवंटित ऑक्सीजन को दिल्ली में दिलवाना सुनिश्चित करें.