Atishi On MCD School: दिल्ली सरकार में  शिक्षा मंत्री आतिशी ने बुधवार (9 मई) सुबह सागरपुर स्थित एमसीडी स्कूल का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि स्कूल में गंदगी का अम्बार है, दीवारों पर मकड़ी के जाले लगे हुए है,बच्चों के झूले टूटे हुए है, क्लासरूम की छत से प्लास्टर उतर रहा है, सीलन के कारण पेंट उतर रहा है. बिल्डिंग का एक हिस्सा कबाड़खाना बना हुआ है जहां टूटी डेस्कों की भरमार है और सालों से उनका निपटारा नहीं हुआ है.


शिक्षा मंत्री ने स्कूल प्रिंसिपल को फटकार लगाते हुए कहा कि स्कूल में साफ-सफाई से जुड़ी सभी समस्याओं को तुरंत ठीक किया जाए वर्ना अपने खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहें. उन्होंने कहा कि स्कूल में सफाई की बदतर स्थिति यहां पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य के प्रति स्कूल प्रशासन के असंवेदनशील रवैये को दर्शाती है और शिक्षा को लेकर ऐसी लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जा सकती है. उन्होंने प्रिंसिपल और शिक्षा अधिकारी अल्टीमेट देते हुए कहा कि वो स्कूल को जिम्मेदारी से चलाए अन्यथा निलंबन के लिए तैयार रहे.


अधिकारी जांच करें जांच


शिक्षा मंत्री आतिशी ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि, मात्र 7 साल पहले बनकर तैयार हुई स्कूल की इस इमारत का प्लास्टर अभी से उखाड़ने लगा है, सीलन के कारण दीवारों पर पपड़ी जम रही है. कुल मिलाकर बिल्डिंग जर्जर हालत में जाने लगी है. इसका सीधा मतलब है कि निर्माण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है. उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि अधिकारी जांच करें कि इतने कम समय में बिल्डिंग के जर्जर होने का क्या कारण है और जो भी दोषी पाया जाता है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. 


स्कूल की दुर्दशा पर शिक्षा मंत्री आतिशी ने निर्देश देते हुए कहा कि, अधिकारी इस बात की जांचकरें कि पिछले साल भर में यहां के स्कूल इंस्पेक्टर ने कितनी बार इस स्कूल का दौरा किया और स्कूल की दुर्दशा के विषय में कोई कदम उठाया. उन्होंने कहा कि यदि स्कूल इंस्पेक्टर ने इन समस्याओं को दूर करने के लिए कोई जरूरी कदम नहीं उठाए तो उसपर एक्शन लिया जाए.


'बच्चों को मिले क्वालिटी एजुकेशन'


स्कूल की बदतर स्थिति को देखकर शिक्षा मंत्री आतिशी ने प्रिंसिपल और शिक्षा अधिकारी को अल्टीमेटम दिया कि स्कूल का बेहतर ढंग से रखरखाव किया जाए, अच्छे से साफ-सफाई की जाए और अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो निलंबन के लिए तैयार रहे. उन्होंने कहा कि स्कूल की ऐसी स्थिति अस्वीकार्य है.


स्कूल में यह सुनिश्चित करना प्रिंसिपल का कर्तव्य है कि सभी बच्चों को स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण में क्वालिटी एजुकेशन मिले. लेकिन स्कूल की ऐसी स्थिति देखकर ये साफ हो रहा है कि स्कूल प्रशासन यहां पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य के असंवेदनशील है.उन्होंने कहा कि स्कूल की यह स्थिति यहां पढ़ने वाले बच्चों की शिक्षा के प्रति दिखाई गई उदासीनता का कारण है.


संबंधित अधिकारियों को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और यह सुनिश्चित करने की दिशा में काम करना चाहिए कि एमसीडी स्कूलों में सभी बच्चों को वह शिक्षा मिले जिसके वे हकदार हैं. MCD स्कूल की इस खराब हालत के लिए शिक्षा मंत्री आतिशी ने  नगर निगम में भाजपा के 15 साल के शासन पर आरोप लगाए.


बीजेपी ने एमसीडी के स्कूल किए बर्बाद


शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि बीजेपी ने एमसीडी के अपने पूरे शासन में सिर्फ स्कूलों को बर्बाद करने का काम किया है. स्कूल की जर्जर हालत से साफ है कि इतने सालों तक एमसीडी में सिर्फ बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया. उन्होंने कहा कि पेरेंट्स अपने बच्चों को इस विश्वास से सरकारी स्कूल में भेजते है कि वहां उनका ख्याल रखा जाएगा, लेकिन बच्चों का ख्याल रखना तो दूर, बीजेपी इतने सालों तक एमसीडी स्कूलों के बच्चों का भविष्य बर्बाद करने पर तुली रही.


बीजेपी के शासन में एमसीडी के स्कूल भ्रष्टाचार का अड्डा बना रहे इसका ही नतीजा है कि मात्र 7 साल पहले बना ये स्कूल आज जर्जर होता जा रहा है.


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