CM अरविंद केजरीवाल ने आरोप-प्रत्यारोप के अलावा कोई काम नहीं किया- नितिन गडकरी
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि केवल बड़े-बड़े वादे करना राजनीति नहीं है, बल्कि राजनीति वो है, जो कहा जाए वो किया जाए.
Delhi Election 2020: केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली के जंगपुरा से बीजेपी प्रत्याशी सरदार इम्प्रीत सिंह बख्शी और चांदनी चैक विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी प्रत्याशी सुमन कुमार गुप्ता के समर्थन में नुक्कड़ सभाओं को संबोधित करते हुए बीजेपी को भारी मतों से विजयी बनाने की अपील की. इस अवसर पर प्रदेश, जिला व मंडल के नेताओं और सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे.
नितिन गडकरी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि साल 2014 में सरकार बनते ही दिल्ली के लिए कार्य करना शुरु किया. सड़क एवं परिवहन विभाग ने दिल्ली में 70 हजार करोड़ का विकास कार्य किया. जल और वायु प्रदूषण को कम करने के लिए कड़े कदम उठाए. दिल्ली में ट्रैफिक की समस्या से निजात दिलाने के लिए हाइवे बनवाए और 164 किमी तक मेट्रो नेटवर्क का विस्तार किया है. इन कार्यों का सीधा फायदा जनता को मिला और बीजेपी सरकार ने जो कहा वो किया, लेकिन मुख्यमंत्री केजरीवाल ने केवल आरोप-प्रत्यारोप के अलावा तीसरा कोई कार्य नहीं किया.
नितिन गडकरी ने कहा कि यमुना हमारी वैदिक और सांस्कृतिक धरोहर है जिसका जिक्र वेदों-पुराणों में है, लेकिन कितने दुख की बात है कि दिल्ली की यमुना में यमुना का पानी है ही नहीं बल्कि नालों का पानी है. केजरीवाल नालों के पानी को यमुना में जाने से रोकने में असफल रहे हैं. इसके विपरीत बीजेपी की सरकार ने पिछले साल उत्तर प्रदेश में गंगा को अविरल करके दिखाया, जिसने भी प्रयागराज के कुंभ में स्नान उसने बीजेपी सरकार की तारीफ की. केवल बड़े-बड़े वादे करना राजनीति नहीं है, बल्कि राजनीति वो है, जो कहा जाए वो किया जाए.
उन्होंने कहा बीजेपी ने अनुच्छेद 370 को खत्म करने को कहा था, उसे किया. हमने राम मंदिर की बात कही थी, उसे किया. हमने पड़ोसी देशों में प्रताड़ित हो रहे अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने की बात कही उसे किया. हमने देश की बुनियादी सुविधाओं को मजबूत बनाने का कार्य किया.
नितिन गडकरी ने कहा कि आम आदमी पार्टी की झूठ की राजनीति से पर्दा उठ गया है और षड्यंत्र कर दूसरों को बदनाम करने की राजनीति लोकतंत्र के लिए घातक है. झूठ की राजनीति की उम्र लंबी नहीं होती. इसलिए दिल्ली ने तय कर लिया है कि अब जनता न तो कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार को चुनेगी और न ही झूठे वादों वाली आप सरकार को. ये दोनों पार्टियां अपने-अपने कार्यकाल में पूरी तरह से फेल हो चुके हैं. दिल्ली अब 8 फरवरी को विकास के रास्ते पर चलने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार पूर्ण बहुमत से चुनेगी.
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