Delhi Election 2020: दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ी राहत मिली है. अकाली दल ने फैसला किया है कि वह दिल्ली विधानसभा चुनाव में गठबंधन से अलग होने के बावजूद बीजेपी उम्मीदवारों का समर्थन करेगा. समर्थन का फैसला खुद अकाली दल के चीफ सुखबीर सिंह बादल ने किया और इस मौके पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, भूपेंद्र यादव समेत कई नेता मौजूद थे.


सुखबील सिंह बादल ने कहा, ''हमने कभी भी बीजेपी से गठबंधन नहीं तोड़ा. एसएडी-बीजेपी के बीच गठबंधन केवल एक राजनीतिक गठबंधन नहीं है. यह गठबंधन राजनीतिक नहीं बल्कि भावनात्मक है, दोनों दलों का गठबंधन देश और पंजाब के हित और भविष्य के लिए है.'' उन्होंने कहा कि गठबंधन में कुछ संवादहीनता की स्थिति थी और यह दूर हो गयी है.


वहीं जेपी नड्डा ने कहा कि अकाली दल का बीजेपी के साथ सबसे पुराना और मजबूत गठबंधन है. मैं यह भी विश्वास दिलाता हूं कि यह गठबंधन आगे भी मजबूती से चलेगा. हमें आशा है कि दिल्ली चुनाव में सिख समुदाय का हमें समर्थन मिलेगा. नड्डा ने कहा कि आज अकाली दल ने दिल्ली में बीजेपी को समर्थन देने का निर्णय किया है, और हम इसके लिये उनके आभारी हैं.


बता दें दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी और अकाली दल पिछले 20 सालों से मिलकर चुनाव लड़ते रहे थे लेकिन इस बार अकाली दल और बीजेपी का गठबंधन नहीं हो सका था. अकाली दल हरि नगर, तिलक नगर और शाहदरा सहित पांच विधानसभा सीटें चाहती थी. साथ ही अकाली दल अपने चुनाव चिन्ह पर विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती थी. जबकि बीजेपी अकाली दल को एक सीट पर उनके खुद के चुनाव चिह्न पर लड़ने देना चाहती थी. बाकी सीटों पर अकाली दल के उम्मीदवारों को बीजेपी अपने चुनाव चिह्न पर लड़ाना चाहती थी.


सीटों का मामला नहीं सुलझ पाया और अकाली दल ने बीजेपी गठबंधन से किनारा कर लिया. हालांकि अकाली दल ने जब गठबंधन टूटने का एलान किया तो उसकी वजह नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को बताया था.


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