Delhi Election: CAA को लेकर BJP-अकाली दल में नहीं बनी बात, सिरसा का एलान- पार्टी नहीं लड़ेगी चुनाव
अकाली दल के नेता मंजिंदर सिंह सिरसा ने एलान किया कि उनकी पार्टी इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी. उन्होंने कहा कि हम सीएए पर अपने स्टैंड पर कामय है और इससे पीछे नहीं हटेंगे. बीजेपी लगातार दबाव बना रही थी.
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी और शिरोमणि अकाली दल के बीच बातचीत नहीं बन पाई. अकाली दल ने एलान किया कि वह दिल्ली विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी. बड़ी बात ये है कि मौजूदा विधायक मनजिंदर सिरसा भी चुनाव नहीं लड़ेंगे. इसके पीछे के लिए पार्टी ने नागरिकता संशोधन कानून को जिम्मेदार बताया है.
अकाली दल के मुताबिक सीएए पर हमारा स्टैंड कायम है. हम इसे नहीं बदलेंगे इसलिए गठबंधन का टूटा. अकाली दल ने कहा कि बीजेपी बार-बार हम पर दबाव डाल रही थी. हमारी मांग है कि मुस्लिमों को भी कह मिले. धर्म के नाम पर बाहर निकलना मान्य नहीं है. अकाली दल एनआरसी के खिलाफ भी खड़ा है.
M Sirsa: SAD and BJP have an old relationship, but after stand by Sukhbir Badal ji on #CAA which was to include ppl from all religions, BJP leadership wanted us to reconsider this stand. So, we decided to not fight these polls instead of changing our stand. #DelhiElections2020 pic.twitter.com/eWfR7lViLI
— ANI (@ANI) January 20, 2020
मंजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि बीजेपी से हमारा पुराना रिश्ता है लेकिन सीएए को लेकर सुखबीर सिंह बादल के रुख लेकर हमने फैसला लिया कि ये चुनाव नहीं लड़ेंगे. सिरसा ने कहा कि नागरिकता कानून को लेकर सुखबीऱ सिंह बादल का रुख ये है कि इसमें सभी धर्मों के लोगों को जोड़ा जाना चाहिए. देश को धर्म और जात पात के आधार पर नहीं बांटा जा सकता. देश सबका है. उन्होंने कहा कि हमने सीएए का स्वागत किया लेकिन हमने कभी ये मांग नहीं की कि किसी एक धर्म को इससे बाहर रखा जाए.
साल 2015 में चार सीटों पर लड़ी थी अकाली दल 2015 में अकाली दल ने हरिनगर, कालकाजी, राजौरी गॉर्डन और शाहदरा सीटों पर चुनाव लड़ा था. अकाली दल के नेता मनिंदर सिंह सिरसा ने 2017 के राजौरी गार्डन उपचुनाव में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था. मनिंदर सिंह सिरसा जीत दर्ज करने में कामयाब रहे थे और बीजेपी के विधायकों की संख्या तीन से बढ़कर चार हो गई थी.