Delhi Election 2020: दिल्ली में नई सरकार के गठन के लिए विधानसभा चुनाव होने में 5 दिनों से भी कम का वक्त बचा है. मुख्य मुकाबले वाली पार्टियों आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच जमकर वादे और आरोप, प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी का दावा है कि दिल्ली में बिजली-पानी की स्थिति में बेहद सुधार हुआ है और लोगों के बिजली-पानी के बिल काफी कम हो गए हैं. वहीं कांग्रेस और बीजेपी का कहना है कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बिजली और पानी को लेकर जो वादे किए थे वो पूरे नहीं किए हैं.
राजनीतिक दलों के वादों के बीच आप भी बताएं कि क्या पिछले पांच सालों में दिल्ली में बिजली-पानी के हालात सुधरे हैं-वोट करें
दिल्ली चुनाव से पहले अब आप, कांग्रेस और बीजेपी तीनों ने अपने मेनिफेस्टो जारी कर दिए हैं. बीजेपी ने इसे संकल्प पत्र नाम दिया है तो आप ने इसे गारंटी कार्ड का नाम दिया है. इसके अलावा कांग्रेस ने इसे घोषणपत्र का नाम दिया है. मुख्य बात ये है कि तीनों ही पार्टियों ने मुफ्त बिजली-पानी को लेकर कमोबेश एक जैसे वादे किए हैं.
आम आदमी पार्टी ने अपने गारंटी कार्ड में कहा है कि लोगों के लिए 200 युनिट फ्री बिजली की व्यवस्था जारी रहेगी. गली-गली में स्ट्रीट लाइट लगाई जाएंगी. हर घर में नल से पानी, फ्री 20 हज़ार लीटर पानी दिया जाएगा. वहीं बीजेपी के संकल्प पत्र में कहा गया है कि 200 यूनिट तक फ्री बिजली दी जाएगी और 20 हज़ार लीटर पानी फ्री दिया जाएगा. हर घर में नल से साफ पानी पहुंचाया जाएगा. वहीं कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में 300 यूनिट तक बिजली फ्री करने और 20 हजार लीटर मुफ्त पानी, कम खर्च करने पर कैशबैक जैसे वादे किए हैं.
ऐसे में ये सवाल उठता है कि अगर दिल्लीवासियों के बिजली-पानी की समस्या का समाधान हो गया है तो पार्टियां फ्री बिजली और पानी को क्यों अपने चुनावी मेनिफेस्टो में जगह दे रही हैं? इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अभी भी दिल्लीवासियों के लिए बिजली और पानी का मुद्दा कई दूसरे मुद्दों से बढ़कर है और इसके जरिए पार्टियां दिल्ली का दंगल जीतने की कोशिश कर रही हैं.
बता दें कि दिल्ली में आठ फरवरी को वोट डाले जाएंगे और 6 फरवरी यानी परसों दिल्ली में चुनाव प्रचार थम जाएगा. वोटों की गिनती 11 फरवरी को होगी और उस दिन साफ हो जाएगा कि दिल्ली की जनता ने एक बार फिर आम आदमी पार्टी को दिल्ली की सत्ता सौंपी है या विपक्षी बीजेपी या कांग्रेस पार्टी में से किसी को मौका दिया है.