दिल्ली चुनाव: अमित शाह की जनसभा में CAA का विरोध कर रहे शख्स से हाथापाई, गृह मंत्री ने छोड़ देने की अपील की
गृहमंत्री अमित शाह ने बाबरपुर की रैली में कहा कि आठ तारीख को बटन इतने गुस्से के साथ दबाओ कि बटन यहां बाबरपुर में दबे, करंट शाहीन बाग के अंदर लगे.
Delhi Election 2020: दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है राजनीतिक सरगर्मी उतनी ही तेजी से बढ़ रही है. गृह मंत्री और बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह खुद पार्टी का मोर्चा संभाले हुए हैं. आज उन्होंने बाबरपुर में चुनावी जनसभा को संबोधित किया. इसी दौरान एक शख्स ने सीएए-एनआरसी का विरोध करते हुए नारेबाजी की. इसके बाद सभा में अफरातफरी मच गई.
कुछ लोगों ने नारा लगाने वाले शख्स को कुर्सी उठाकर मारी और थप्पड़ भी चलाए. इस दौरान मंच से अमित शाह ने लोगों से शांति बनाए रखने और शख्स को छोड़ देने की अपील की. उन्होंने सुरक्षाकर्मियों से तुरंत शख्स को बचाने के लिए कहा. साथ ही जनसभा में मौजूद लोगों से कहा कि पीछे मत देखिए, कुछ भी नहीं हुआ है.
अमित शाह की रैली में CAA का विरोध करने पर एक युवक को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने लोहे की कुर्सियां उठाकर मारी। अमित शाह ने युवक को सकुशल बाहर निकालने की अपील की लेकिन साथ ही लोगों से ये भी कहा कि पीछे मत देखिए, कुछ भी नहीं हुआ, युवक की पिटाई के बाद 'भारत माता की जय' के नारे भी लगवाए। pic.twitter.com/9LQmAW1IMk
— Utkarsh Kumar Singh (@UtkarshSingh_) January 26, 2020
अमित शाह ने जनसभा में क्या कहा? अमित शाह ने बाबरपुर की रैली में दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों का जिक्र किया. अमित शाह ने कहा कि आठ तारीख (वोटिंग का दिन) को बटन इतने गुस्से के साथ दबाओ कि बटन यहां बाबरपुर में दबे, करंट शाहीन बाग के अंदर लगे.
उन्होंने कहा, ''कांग्रेस व केजरीवाल ने देश को गुमराह कर दंगे कराए, दिल्ली को असुरक्षित किया. ये अभी भी कह रहे हैं की हम शाहीन बाग के साथ हैं. मैं दिल्ली की जनता को कहना चाहता हूं कि ये लोग दिल्ली को कभी सुरक्षित नही रख सकते क्यूंकि इनकी आंखों पर वोट बैंक की पट्टी बंधी है.''
अमित शाह ने कहा, ''केजरीवाल, राहुल बाबा, और इमरान खान की भाषा एक जैसी क्यों है? जो राहुल बोलते हैं, वो केजरीवाल बोलते हैं और वही बात इमरान खान बोलते हैं. इनके बीच रिश्ता क्या है, ये मैं समझ ही नहीं पाया. इनके हाथों में देश सुरक्षित रह सकता है? क्या दिल्ली सुरक्षित रह सकती है?''
दिल्ली में आठ फरवरी को वोट डाले जाएंगे और वोटों की गिनती 11 फरवरी को होगी. चुनाव में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) का मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस से है. 2015 के विधानसभा चुनाव में आप ने 70 में से 67 सीटों पर जीत दर्ज की थी और बीजेपी मात्र तीन सीट जीतने में सफल हुई थी.