नई दिल्ली: दिल्ली चुनाव की गर्मी अंतिम दौर में है. आज प्रधानमंत्री मोदी भी मैदान में उतरे. उधर गृहमंत्री अमित शाह ने तो मोर्चा संभाल ही रखा है. अब सवाल है कि क्या पीएम मोदी का भाषण और अमित शाह की मेहनत ने दिल्ली का सियासी भ्रमजाल तोड़ दिया है. दिल्ली चुनाव में जनता का मूड समझने के लिए हमने रोज का सर्वे शुरू किया है. ABP न्यूज़ के लिए ये सर्वे सी वोटर ने किया है. दिल्ली के ज्वलंत मुद्दों पर हमने वोटरों से बात की है. इन्हीं मुद्दों के आधार पर ये सर्वे किया गया है.


राम मंदिर को दिल्ली चुनावी मुद्दा मानते हैं ?
हां- 44%
नहीं- 41%
हां लेकिन दिल्ली में नहीं- 15%


सीएए कितना बड़ा चुनावी मुद्दा है ?
बहुत बड़ा- 60%
मुद्दा नहीं- 30%
मुद्दा है लेकिन दिल्ली में नहीं- 10%


जामिया, जेएनयू कितना बड़ा चुनावी मुद्दा है ?
बहुत बड़ा- 56%
बड़ा मुद्दा नहीं- 34%
मुद्दा है लेकिन दिल्ली में नहीं- 10%



दिल्ली में किसे कितना वोटर शेयर


सर्वे की मानें तो दिल्ली में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी को 45 फीसदी वोट शेयर मिल सकती हैं. वहीं बीजेपी के खाते में 37 फीसदी वोट शेयर जाने का अनुमान है. इसके अलावा कांग्रेस को चार फीसदी वोट शेयर मिल सकता है. अन्य के खाते में 2 फीसदी वोट शेयर जाने का अनुमान है. पिछले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 54.59 फीसदी वोट शेयर मिले थे. इसके अलावा बीजेपी को 32.78 फीसदी वोट मिले थे. कांग्रेस का आंकड़ा 9.40 फीसदी था.



लगातार बढ़ रहा है बीजेपी का वोट शेयर


सर्वे के आंकड़ों के मुताबित दिल्ली में बीजेपी का वोट शेयर बढ़ता जा रहा है. 27 जनवरी के आंकड़े के मुताबिक बीजेपी को 31 फीसदी, 28 जनवरी को 33 फीसदी, 29 जनवरी को 34 फीसदी, 30 जनवरी को 35 फीसदी, 31 जनवरी को 37 फीसदी और 3 फरवरी के सर्वे में भी ये आंकड़ा 37 फीसदी बन बना हुआ है. वहीं आम आदमी पार्टी का वोट शेयर घट रहा है. 27 जनवरी के आंकड़े के मुताबिक आम आदमी पार्टी को 51 फीसदी वोट शेयर मिल सकता था. इसके बाद 28 जनवरी को 50 फीसदी, 29 जनवरी 50 फीसदी, 30 जनवरी को 49 फीसदी, 31 जनवरी को 47 फीसदी और 3 फरवरी का आंकड़ा घटकर 45 फीसदी तक पहुंच गया है.