Delhi Election: 'सियासत का सेंसेक्स' में जानें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काम कितना बड़ा चुनावी मुद्दा है?
सर्वे में 68 फीसदी लोगों ने माना कि नरेंद्र मोदी का काम बहुत बड़ा चुनावी मुद्दा हैवहीं 72 फीसदी लोगों का कहना है कि दिल्ली में सीसीटीवी भी बहुत बड़ा मुद्दा है
Delhi Election 2020: दिल्ली में चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है. हर पार्टी के बड़े नेता जनसभा और रैलियां कर रहे हैं. आज पीएम नरेंद्र मोदी ने लगातार दूसरे दिन एक जनसभा को संबोधित किया. वहीं आखिरी समय में आज राहुल गांधी भी मैदान में उतरे. उन्होंने पहली बार चुनावी सभा को संबोधित किया. चुनावी माहौल को देखते हुए ABP न्यूज़ रोज दिल्ली का सर्वे दिखा रहा है. ABP न्यूज के लिए ये सर्वे सी वोटर ने किया है.
बीते दिनों में बीजेपी ने सीसीटीवी का मुद्दा उछाला तो वहीं मोदी सरकार के काम के नाम पर लोगों से वोट मांगा है. ऐस में दिल्ली की जनता से सवाल किया गया कि इस बार चुनाव में सीसीटीवी और मोदी का काम कितना बड़ा मुद्दा है. इसके साथ ही आर्टिकल 370 को लेकर भी सवाल किया गया.
सीसीटीवी कितना बड़ा मुद्दा है ? बहुत बड़ा - 72% मुद्दा नहीं- 19% मुद्दा है लेकिन दिल्ली में नहीं- 9%
पीएम मोदी का काम कितना बड़ा मुद्दा है? बहुत बड़ा - 68% मुद्दा नहीं- 22% मुद्दा है लेकिन दिल्ली में नहीं- 10%
370 कितना बड़ा मुद्दा है? बहुत बड़ा - 53% मुद्दा नहीं- 33% मुद्दा है लेकिन दिल्ली में नहीं- 14%
दिल्ली में किसे कितना वोट शेयर
सर्वे के मुताबिक दिल्ली में आम आदमी पार्टी को सबसे ज्यादा 45 फीसदी वोट शेयर मिलने का अनुमान है. वहीं बीजेपी को 37 फीसदी वोट शेयर मिल सकता है. कांग्रेस के खाते में तीन फीसदी वोट शेयर जाने का अनुमान है. इसके अलावा अन्य के खाते में 2 फीसदी वोट शेयर मिल सकता है. पिछले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 54.59 फीसदी वोट शेयर मिले थे. इसके अलावा बीजेपी को 32.78 फीसदी वोट मिले थे. कांग्रेस का आंकड़ा 9.40 फीसदी था.
पिछले छह सर्वे में वोट शेयर
सर्वे के आंकड़ों के मुताबिक 27 जनवरी के आंकड़े के मुताबिक बीजेपी को 31 फीसदी, 28 जनवरी को 33 फीसदी, 29 जनवरी को 34 फीसदी, 30 जनवरी को 35 फीसदी, 31 जनवरी को 37 फीसदी और 3 फरवरी के सर्वे में भी ये आंकड़ा 37 फीसदी बन बना हुआ है. वहीं आम आदमी पार्टी का वोट शेयर घट रहा है. 27 जनवरी के आंकड़े के मुताबिक आम आदमी पार्टी को 51 फीसदी वोट शेयर मिल सकता था. इसके बाद 28 जनवरी को 50 फीसदी, 29 जनवरी 50 फीसदी, 30 जनवरी को 49 फीसदी, 31 जनवरी को 47 फीसदी और 3 फरवरी का आंकड़ा घटकर 45 फीसदी तक पहुंच गया है. वहीं 4 फरवरी के सर्वे में आप के वोट शेयर का आंकड़ा 45 फीसदी और बीजेपी का 37 फीसदी है.