नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक जारी है. इस बैठक में दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार तय किए जाएंगे. गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस बैठक में शामिल हुए. इसके अलावा रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी शरीक हुए.


दिल्ली की कुल 70 विधानसभा सीटों पर 8 फरवरी को वोटिंग होनी है. नतीजे 11 फरवरी को घोषित किए जाएंगे. दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी अपने उम्मीदवारों का एलान कर चुकी है. अब नजरें बीजेपी और कांग्रेस पर है. पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी दूसरे नंबर थी हालांकि उसे महज तीन सीटें ही मिली थीं. 70 में से 67 सीटें अकेले आप ने जीती थी और तीन सीटें बीजेपी के खाते में आई थीं.


इस बार दिल्ली में 13750 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे. 2689 जगहों पर वोटिंग होगी. 90 हजार कर्मचारी चुनाव में तैनात किए जाएंगे. बुजुर्ग भी पोस्टल बैलेट से वोट दे पाएंगे. उन्हें पांच दिन पहले ही पर्चा भरना पड़ेगा. चुनाव आयोग की तरफ से चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही दिल्ली में आचार संहिता लागू हो गई है. अब सरकार किसी भी योजना का एलान नहीं कर पाएगी.


दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 22 फरवरी को खत्म हो रहा है. 14 जनवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव का नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. 21 जनवरी को नामांकन की आखिरी तारीख होगी. नामांकन की स्क्रूटनी की आखिरी तारीख 22 जनवरी होगी. नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 24 जनवरी है. 70 विधानसभा सीटों में से 58 सीटें सामान्य केटेगरी की हैं. जबकि 12 सीटें आरक्षित हैं.


2015 में किसको कितने वोट शेयर


साल 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 की 70 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. आप को कुल 54.34 फीसदी वोट मिले थे. बीजेपी ने 69 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और उसे चुनाव में 32.19 फीसदी वोट मिले थे. वहीं कांग्रेस ने भी 70 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. कांग्रेस को 2015 के विधानसभा चुनाव में महज 9.65 फीसदी वोट मिले थे.