नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में 28 बिंदुओं पर पर जोर दिया है. लेकिन बीजेपी ने यह कहते हुए आम आदमी पार्टी के घोषणापत्र पर निशाना साधा है की इस घोषणा पत्र में कुछ भी नया नहीं है. बीजेपी ने कहा कि जिस तरह से आम आदमी पार्टी ने यह 28 बिंदु तैयार किए हैं वो आम आदमी पार्टी की विफलता को भी दिखाता है क्योंकि इसमें से अधिकतर बिंदु वो हैं जो 2015 के घोषणा पत्र में भी शामिल थे.


भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने अपने 2015 के घोषणा पत्र पर अमल नहीं किया और यह घोषणापत्र आप की विफलता है.


आप के घोषणापत्र में कुछ नया नहीं


आप के घोषणापत्र पर हमला करते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने अपने 2015 के घोषणा पत्र में 70 मुद्दों का जिक्र किया था. लेकिन जब आम आदमी पार्टी को लगा कि इन 70 मुद्दों पर उन्होंने कोई काम नहीं किया तो अपने पुराने घोषणापत्र को ही हटवा दिया जिससे कि किसी को कुछ याद ना रहे और अब 2020 में जो घोषणा पत्र लेकर आए उसमें अपने 2015 के घोषणा पत्र की बातों को ही नए ढंग से पेश कर दिया.


पिछले घोषणा पत्र पर नहीं किया अमल


मनोज तिवारी के साथ ही केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने भी आप के घोषणापत्र पर हमला करते हुए कहा कि पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में जिन बातों का जिक्र किया है उन पर पिछले 5 सालों में कोई अमल नहीं किया गया. जबकि इसमें से अधिकतर बातें 2015 में भी कही गई थी वहीं कुछ बातें बीजेपी के घोषणापत्र को देखकर भी कॉपी कर ली गई है.


चुनाव बाद तय होगा मुख्यमंत्री पद का चेहरा


बीजेपी के सीएम पद के चेहरे को लेकर उठाए गए केजरीवाल के सवाल और चुनौती पर मनोज तिवारी ने कहा की पार्टी ने तय किया है कि यह चुनाव मनोज तिवारी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा और मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन होगा यह जीत के बाद विधायक दल की बैठक में तय होगा.


रही बात बहस की चुनौती की तो उसके लिए तो पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता तैयार है. गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी से सीएम पद की उम्मीदवार का नाम बताने और उसके साथ बहस करने की चुनौती भी बीजेपी के सामने रखी थी.


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