दिल्ली चुनावः चुनावी सीजन में फैल सकता था साम्प्रदायिक तनाव, पुलिस की तत्परता से शांत हुआ माहौल
दिल्ली पुलिस के अनुसार मौके पर पहुंचने के बाद सबसे पहला काम लोगों को शांत करना रहा. क्योंकि यह मामला धार्मिक भावनाओं से जुड़ा हुआ था, इसलिए तुरंत ही हालात पर काबू पाना बेहद जरूरी था.
नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में चुनावी माहौल के दौरान एक अफवाह बड़े बवाल का रूप ले सकती थी, लेकिन दिल्ली पुलिस की तत्परता से चलते यह माहौल शांत हो गया और लोग समझ गए. मामला उत्तर पूर्वी जिले के गोकुलपुरी थाना क्षेत्र का है, जहां आज सुबह एक गाय और उसके बछड़े का शव मिलने से तनाव का माहौल पैदा हो गया. लोगों के बीच यह बात फैल गई कि किसी ने गाय और उसके बछड़े की हत्या करने के बाद उनके शवों को मंडोली फ्लाईओवर के नजदीक फेंक दिया है.
यह जानकारी मिलते ही मंडोली इलाके के रहने वाले सैकड़ों लोग सड़कों पर एकत्रित हो गए. तुरंत ही इसकी जानकारी पुलिस को मिली जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई. काफी देर तक लोगों के बीच इस बात को लेकर रोष दिखा की गौ हत्या की गई है. गाय की मौत से नाराज लोगों ने मेन वजीराबाद रोड जाम कर दिया.
हत्या नहीं दुर्घटना
दिल्ली पुलिस के अनुसार मौके पर पहुंचने के बाद सबसे पहला काम लोगों को शांत करना रहा. क्योंकि यह मामला धार्मिक भावनाओं से जुड़ा हुआ था, इसलिए तुरंत ही हालात पर काबू पाना बेहद जरूरी था.
पुलिस ने पाया की गाय और बछड़े के शव पड़े हुए हैं और जिस तरीके से चोट के निशान है, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि शायद यह किसी सड़क हादसे का शिकार हुए हैं. वजीराबाद रोड पर भारी वाहन चलते हैं. बहुत संभव है कि किसी ट्रक आदि की चपेट में आने से गाय और उसके बछड़े की मौत हुई हो.
एक तरफ पुलिस भीड़ को शांत करने में जुटी हुई थी, तो वहीं दूसरी तरफ यह भी पता लगा रही थी कि आखिर यह मामला हत्या का है या दुर्घटना का. पुलिस ने भीड़ में मौजूद कुछ समझदार लोगों से बात की और फिर उन्हें समझाया कि प्रथम दृष्टया यह मामला दुर्घटना का प्रतीत होता है.
लेकिन फिर भी अगर किसी को कोई शक है तो दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सुरक्षित रखवाया जा रहा है. अगर इसमें हत्या जैसी कोई बात सामने आती है तो तुरंत ही एफआईआर दर्ज की जाएगी. लगभग आधे से 1 घंटे की मशक्कत के बाद लोग शांत हुए.
यातायात रहा प्रभावित
पुलिस के अनुसार यह मामला सुबह लगभग 10:30 बजे का था. लोग काफी संख्या में एकत्र हुए थे. जिन्होंने कुछ देर के लिए मेन वजीराबाद रोड पर भी जाम लगाया था. उन्हें समझाने बुझाने में और सड़क से हटाने में लगभग 11:00 बज गए थे. जिसकी वजह से जाम भी लगा था और लगभग 12 से 12:30 बजे के बाद यातायात सुचारू हो सका.
'अफवाहों पर न दें ध्यान'
डीसीपी वेद प्रकाश सूर्य का कहना है कि जब इस मामले की जांच की गई और मौके का जायजा लिया गया तो यह पाया गया कि प्रथम दृष्टया यह मामला सड़क दुर्घटना का हो सकता है. दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए सुरक्षित रखवा दिया गया है. क्योंकि इन दिनों चुनाव का माहौल है और यह मामला धार्मिक मान्यता से जुड़ा हुआ है, इसलिए कुछ देर के लिए माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया था, लेकिन पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की और माहौल बिगड़ने से बचा लिया. दिल्ली पुलिस लोगों से यही अपील करना चाहती है कि किसी भी तरह की अफवाह पर विश्वास न करें, क्योंकि शरारती तत्व आपसी भाईचारे और सौहार्द को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया
वजीराबाद रोड के एक तरफ सड़क किनारे दुकान लगाने वाले कुछ लोगों से जब हमने बात की तो उन्होंने बताया कि गाय के शव मिलने से तनाव पैदा हुआ था. बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ भी एकत्र हुई थी, लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात सामान्य कर दिए.
हालांकि, इसके लिए पुलिस को कुछ लोगों पर लाठियां भी चलानी पड़ी. जब हमने इस संदर्भ में पुलिस से पूछा तो पुलिस ने बल प्रयोग करने की बात से इनकार किया है. पुलिस का कहना है कि समझाने से ही लोगों को शांत कर दिया गया था.
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