नई दिल्ली: दिल्ली चुनावों में एक बार फिर धमाकेदार जीत दर्ज करने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर पहुंचे. हनुमान मंदिर पहुंचकर केजरीवाल ने पूजा-अर्चना की और आशीर्वाद लिया. इस दौरान केजरीवाल के साथ उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल, उनकी बेटी और बेटा भी मौजूद थे. इसके साथ ही पिछली सरकार में उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया भी मंदिर में दर्शन करने पहुंचे.


केजरीवाल पार्टी मुख्यालय से सीधे पहुंचे हनुमान मंदिर


जैसे ही नतीजों का एलान हुआ और अरविंद केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं के बीच आकर दिल्ली की जनता का शुक्रिया अदा किया. उसके बाद केजरीवाल अपने पूरे परिवार और सहयोगी मनीष सिसोदिया के साथ सबसे पहले पार्टी कार्यालय से निकले तो सीधे हनुमान मंदिर पहुंचे जहां पर वह मतदान से एक दिन पहले भी आए थे. सात फरवरी को जब अरविंद केजरीवाल कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर में पहुंचे थे तो उनको नहीं पता था की नतीजे इस तरह से उनके पक्ष में आने वाले हैं, लेकिन आज जब वह हनुमान मंदिर पहुंचे तो तस्वीर साफ हो चुकी थी कि केजरीवाल तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.


हनुमान चालीसा और हनुमान पूजा भी बना चुनावी मुद्दा


दिल्ली विधानसभा चुनावों में हनुमान चालीसा और हनुमान पूजा भी एक मुद्दा बन गया था. जब टीवी चैनल के कैमरे पर केजरीवाल ने हनुमान चालीसा गाकर सुनाई तो बीजेपी की तरफ से कहा गया कि केजरीवाल हनुमान चालीसा को इस वजह से गा रहे हैं क्योंकि उनको चुनावों में हार का डर सता रहा है और जब केजरीवाल हनुमान मंदिर पहुंचे तो बीजेपी की तरफ से एक वीडियो जारी कर यह बताने की कोशिश की गई कि केजरीवाल ने जूते उतारने के बाद बिना हाथ धोए हनुमान जी की पूजा की और उनका अपमान किया.


हनुमान भक्त केजरीवाल!!


अब जबकि केजरीवाल प्रचंड जीत हासिल कर चुके हैं और एक भारी बहुमत के साथ दिल्ली में सरकार बनाने की तैयारी कर रहे हैं तो उन्होंने हनुमान मंदिर आकर यह संदेश जरूर दे दिया कि वह सिर्फ चुनावों के दौरान ही हनुमान जी को नहीं याद करते बल्कि हनुमान जी में उनकी गहरी आस्था भी है.


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