नई दिल्लीः दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के लिए आज शाम प्रचार थम गया है. अब 8 फरवरी को वोटिंग होगी और 11 फरवरी को नतीजे आएंगे. इस बार जो दिल्ली चुनाव प्रचार के दौरान जो मुद्दे छाए रहे वो हैं, शाहीन बाग का धरना, जामिया में हिंसा, फ्री की चुनावी घोषणाएं, सीएम का चेहरा, देशभक्त Vs टुकड़े-टुकड़े गैंग, केजरीवाल का 5 साल का काम, सीएए, राम मंदिर, दिल्ली का प्रदूषण, अनधिकृत कॉलोनियां, झुग्गी बस्तियां और पूर्वांचल के वोटर. ये मुद्दे पूरे दिल्ली चुनाव प्रचार के दौरान गूंजते रहे.


शाहीन बाग का धरना
चुनाव आयोग और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बुधवार को शाहीन बाग क्षेत्र का निरीक्षण किया, जो 50 दिनों से अधिक समय से सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. 8 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनावों में प्रदर्शनकारियों को मतदान के लिए प्रोत्साहित किया गया. दिल्ली पुलिस के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे राष्ट्रीय राजधानी में शांतिपूर्ण चुनाव कराने में अधिकारियों की मदद करेंगे. शाहीन बाग का धरना दिल्ली के चुनावी मुद्दे में छाया रहा. नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ शाहीन बाग में महिलाओं और बच्चों सहित सैकड़ों लोग 15 दिसंबर से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.


जामिया में हिंसा
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान जामिया में हुई हिंसा दिल्ली के चुनावी मुद्दे में छाया रहा.


फ्री की चुनावी घोषणाएं
दिल्ली विधानसभा चुनाव में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बिजली, पानी और बसों-मेट्रो की सेवाओं को महिलाओं के लिए फ्री देने की घोषणा की. बीजेपी ने कहा है कि केजरीवाल सरकार की तरफ से बिजली एवं पानी के लिए दी जा रही मुफ्त सुविधा बंद नहीं की जाएगी. वहीं कांग्रेस ने कहा है कि आम जनता को प्रति माह 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने का वादा किया है.


केजरीवाल का 5 साल का काम
चुनाव प्रचार के दौरान दिल्ली सीएम केजरीवाल के पांच साल में किए कार्य मुद्दा बने रहे. जैसे, डेढ़ लाख सीसीटीवी कैमरे, स्कूलों में किए काम के साथ अन्य कार्य.


लगभग 1.47 करोड़ मतदाता आगामी दिल्ली चुनाव 2020 में आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस- तीन प्रमुख दलों के भाग्य का फैसला करेंगे. तीनों दलों ने अपने घोषणापत्र जारी किए हैं, जिनमें दिल्ली के मुद्दों पर चुनावी वादे हैं, जैसे बिजली, पानी और अन्य. चुनाव आयोग ने चुनाव के सुचारू संचालन के लिए 90,000 से अधिक अधिकारियों को तैनात करने का निर्णय लिया है.


बता दें कि लोगों को सुविधा देने के लिए, दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने घोषणा की है कि अपने सामान्य समय के बजाय सुबह 4 बजे सेवाएं शुरू करेगी. इससे मतदान अधिकारियों और मतदाताओं को समय पर अपने गंतव्य तक पहुंचने में मदद मिलेगी. डीएमआरसी ने ट्वीट किया, "मतदान कर्मियों और अन्य लोगों को समय पर अपने गंतव्य तक पहुंचने की सुविधा देने के लिए, दिल्ली मेट्रो सेवा सुबह 4:00 बजे शुरू होगी."


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