नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में आशा के अनुरूप परिणाम ना आने के बाद भारतीय जनता पार्टी उन कारणों का पता लगाने में जुट गई है कि आखिर वो चुनाव क्यों हारी. क्या कारण रहे जिसकी वजह से बीजेपी ने जो सपना देखा था वह पूरा नहीं हो सका. इन सब कारणों का पता लगाने के लिए बीजेपी ने शुक्रवार को दिल्ली प्रदेश की एक मैराथन बैठक बुलाई है. जिसमें अलग अलग समूह के साथ बैठक की जाएगी.


दिल्ली के प्रत्याशियों के अलावा पदाधिकारियों, मंडल अध्यक्षों की बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में दिल्ली चुनाव से जुड़े बीजेपीके केंद्रीय नेता भी शामिल रहेंगे. इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने करीब 2 घंटे तक दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी के साथ गुरुवार को एक महत्वपूर्ण बैठक की. उसमें दिल्ली चुनाव की समीक्षा की गई.


बीजेपी ने किया था  दिल्ली में तख्तापलट का दावा


गौरतलब है कि दिल्ली चुनाव की घोषणा के साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने नारा दिया था कि इस बार वह दिल्ली में तख्तापलट करेंगे. साथ ही करीब 45 से ज्यादा सीटें भी जीतने का दावा किया गया था. लेकिन 11 फरवरी को परिणाम बिल्कुल विपरीत रहे. सरकार बनाने का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी को महज 8 सीटें मिली. जबकि आम आदमी पार्टी ने 62 सीट जीतकर दिल्ली में एक बार फिर वापसी की.


भारतीय जनता पार्टी के बड़े-बड़े नेताओं को यह बात समझ नहीं आ रही कि आखिर यह कैसे हुआ. बीजेपी का दावा था कि दिल्ली की जनता इस बार उनका साथ देगी. लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले 40 फ़ीसदी वोट पाने के बाद भी बीजेपी चुनाव परिणाम अपने पक्ष में करने में असफल हुई है. चुनाव परिणाम आने के बाद से भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता इस बात पर लगातार मंथन कर रहे हैं कि बीजेपी कैसे चुनाव हारी.


बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को राष्ट्रीय महासचिवों के साथ बैठक की और फिर गुरुवार को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी के साथ बैठक की. इस बैठक में बीएल संतोष भी मौजूद रहे. हार की समीक्षा की गई. साथ ही इस बात के लिए संतोष भी व्यक्त किया गया की पार्टी को 2015 के मुकाबले करीब 7:30 फ़ीसदी मत ज्यादा मिले. पार्टी नेता चुनाव लड़ने के तरीकों से संतुष्ट नजर आ रहे हैं.


बीजेपी नेतृत्व का मानना है कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने पूरे दमखम से चुनाव लड़ा है. लेकिन कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन आशा के अनुरूप नहीं रहा. जिसके चलते आम आदमी पार्टी को फायदा मिला. यही एक सबसे बड़ा कारण है जिसकी वजह से बीजेपी मानती है कि उन्हें इस चुनाव में शिकस्त हाथ लगी. इन सभी बातों का ध्यान रखते हुए बीजेपी दिल्ली चुनाव की समीक्षा के लिए शुक्रवार को एक अहम बैठक बुलाई है. जिसमें दिल्ली चुनाव से जुड़े सभी महत्वपूर्ण ग्रुप्स के साथ बीजेपी के नेता बैठक करेंगे और समझने का प्रयास करेंगे कि बीजेपी को आशा के अनुरूप परिणाम क्यों नहीं मिला.


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