नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव सिर पर हैं. राजनीतिक पार्टियां जोर शोर से चुनावी प्रचार में जुटी हुई हैं. हर कोई अपनी तरह से जनता को लुभाने की कोशिश कर रहा है. इस बीच चुनाव में वोटिंग को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एक बयान पर विपक्षी नेता हमलावर हैं. बिहार में बीजेपी की सहयोगी जेडीयू के उपाध्यक्ष ने ट्विटर पर अमित शाह का नाम लिए बिना उनपर तंज कसा है.


प्रशांत किशोर ने क्या ट्वीट किया है?


आज दिल्ली चुनाव को लेकर प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया, ‘’8 फ़रवरी को दिल्ली में ईवीएम का बटन तो प्यार से ही दबेगा. ज़ोर का झटका धीरे से लगना चाहिए ताकि आपसी भाईचारा और सौहार्द ख़तरे में ना पड़े. न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व.’’


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पीके के इस बयान का क्या मतलब है?


दरअसल कल दिल्ली में एक चुनावी जनसभा को संबोधिक करते हुए अमित शाह ने कहा था, ‘’इस बार वोटिंग मशीन पर कमल के निशान पर बटन दबाओ तो इतने गुस्से में दबाना कि बटन आपके क्षेत्र में दबे और करंट शाहीन बाग में लगे.’’ उन्होंने कहा, ''कांग्रेस और केजरीवाल ने देश को गुमराह कर दंगे कराए, दिल्ली को असुरक्षित किया. ये अभी भी कह रहे हैं की हम शाहीन बाग के साथ हैं. मैं दिल्ली की जनता को कहना चाहता हूं कि ये लोग दिल्ली को कभी सुरक्षित नहीं रख सकते क्यूंकि इनकी आंखों पर वोट बैंक की पट्टी बंधी है.''


AAP के लिए काम कर रही है प्रशांत की कंपनी I-PAC


अमित शाह के इसी बयान पर पीके ने तंज कसा. दिलचस्प बात यह है कि इस चुनाव में चुनावी रणनीतिकार और जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर की कंपनी I-PAC मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी के लिए काम कर रही है. प्रशांत किशोर ने साल 2014 के लोकसभा में बीजेपी के साथ काम किया था.


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