नई दिल्ली: दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग आज जामिया मिल्लिया इस्लामिया पहुंचे. इस दौरान नजीब जंग ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून में सुधार की जरूरत है. उन्होंने कहा कि या तो मुसलमानों को शामिल करना चाहिए या सभी को हटा देना चाहिए.
नजीब जंग जामिया मिल्लिया इस्लामिया के वीसी भी रह चुके हैं. उन्होंने कहा, ''मुझे लगता है कि सीएए को एक सुधार की आवश्यकता है. उन्हें या तो मुसलमानों को शामिल करना चाहिए या अन्य नामों को हटाना चाहिए. इसे समावेशी बनाएं, मामला खारिज हो जाएगा. अगर पीएम इन लोगों को बुलाते हैं और बातचीत करते हैं, तो मामला सुलझ जाएगा.''
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ''बातचीत होनी चाहिए, तभी कोई समाधान निकलेगा. अगर हम बात नहीं करेंगे तो समाधान कैसे आएगा? यह विरोध कब तक चलेगा? अर्थव्यवस्था को नुकसान हो रहा है, दुकानें बंद हैं, बसें नहीं चल रही हैं, नुकसान हो रहा है.''
नागरिकता कानून को लेकर जामिया में प्रदर्शन जारी है. नजीब जंग ने कहा कि यह तारीख जामिया ने लिखी है और अच्छा बात है यह आंदोलन यहां चल रहा है. मौलानाओं के इससे दूर रखिए. आप अपने मदरसे में बैठें, इसकी लीडरी हमारे बच्चे करेंगे. जो अब्र यहां से उठेगा वो सारे जहां पर बरसेगा.
उन्होंने कहा कि हमें हमें नौकरी और अस्पताल चाहिए. हमें एनपीआर नहीं चाहिए. श्रीलंका से आये हुए क्यों छोड़ दिया, क्या नेपाल से लोग हिंदुस्तान नहीं आना चाहते? जो धर्म छूट गया है उसको जोड़ लीजिए या फिर सबको हटा दीजिए. पूर्व उपराज्यपाल ने कहा कि लोग विश्वास नहीं कर रहे है क्योंकि डिटेंशन सेंटर बन रहे है.